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संदेशखाली: आगजनी से इलाके में तनाव, BJP की महिला नेताओं को पुलिस ने कोलकाता में रोका

पश्चिम बंगाल पुलिस ने एक बार फिर से बीजेपी महिला टीम को संदेशखाली जाने से रोक दिया है. पुलिस ने भाजपा महिला डेलिगेशन का प्रतिनिधित्व कर रही सांसद लॉकेट चटर्जी को हिरासत में ले लिया है. इसके बाद महिला कार्यकर्ताओं और पुलिस की टीम के बीच जोरदार बहस हो गई.

संदेशखाली जाने से रोकने पर पुलिस से बात करती बीजेपी नेता लॉकेट चटर्जी. (Photo Source @Twitter) संदेशखाली जाने से रोकने पर पुलिस से बात करती बीजेपी नेता लॉकेट चटर्जी. (Photo Source @Twitter)
सूर्याग्नि रॉय /इंद्रजीत कुंडू/अनुपम मिश्रा
  • कोलकाता,
  • 23 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 1:34 PM IST

संदेशखाली मामले में ममता बनर्जी सरकार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. शुक्रवार को पीड़िताओं से मिलने संदेशखाली जा रही बीजेपी की महिला टीम को पुलिस ने कोलकाता में रोक लिया है. इसके बाद पुलिस और महिला डेलिगेशन के बीच जोरदार बहस हो गई. साथ ही शुक्रवार को संदेशखाली में मछली पालन करने वाले तालाब किनारे बने गार्ड रूम में आगजनी की घटना से इलाके में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है. 

पुलिस ने संदेशखाली जा रही भाजपा डेलिगेशन की 6 महिला नेताओं को कोलकाता में ही रोक लिया और इसके बाद बीजेपी महिला डेलिगेशन की अगुवाई कर रही हैं सांसद लॉकेट चटर्जी की पुलिस टीम से बहस हो गई. इसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. इससे पहले केंद्रीय मंत्री और महिला सांसदों के प्रतिनिधिमंडल को भी पुलिस ने संदेशखाली नहीं जाने दिया था.

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सुकांत मजूमदार कर सकते हैं प्रदर्शन

लॉकेट चटर्जी को हिरासत में लेने के बाद पुलिस उन्हें कोलकाता पुलिस मुख्यालय ले जा रही है. अब जानकारी आ रही है कि इसको लेकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार बंगाल सीआईडी मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं. 

'मुझे लालबाजार ले जा रहे हैं...'

हिरासत में लिए जाने के बाद लॉकेट चटर्जी ने अपना बयान देते हुए कहा कि पुलिस ने मुझे गिरफ्तार नहीं किया है, उन्होंने मुझे हिरासत में लिया है और वो मुझे लालबाजार ले जा रहे हैं.

उन्होंने मुझ से कहा कि संदेशखाली में धारा 144 लागू है. तो मैंने पूछा कि मुझे लगभग 30 किलोमीटर पहले क्यों रोक रहे हैं? तो वो कहते हैं कि मेरे जाने से वहां कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब हो जाएगी.

'ग्रामीणों को फंसाना चाहते हैं तृणमूल के लोग...'

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शुक्रवार को संदेशखाली में मछली पालन करने वाले एक तालाब किनारे बने गार्ड रूम में आगजनी की घटना से पूरे इलाके में तनाव की स्थिति पैदा हो गई. अचानक ही गार्ड रूम में लगी आग से ग्रामीण एकत्रित हो गए और उन्होंने TMC नेताओं का विरोध करते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया.

ग्रामीणों का कहना है कि तृणमूल कांग्रेस के लोग गार्ड रूम में आग लगाकर गांव के लोगों को फंसाने और बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने ग्रामीणों को समझा कर शांत करा दिया है.
 
गांव के लोगों का आरोपी है कि शाहजहां शेख का भाई शिराजुद्दीन ने उनकी 142 बीघा जमीन हड़प ली है. बेदमजुर के अलावा गुरुवार को रामपुर इलाके में भी मछली पालन के लिए बनाए गए तालाब के गार्ड रूम में आग लगा दी थी.

TMC नेता पर हैं कई गंभीर आरोप

बता दें कि पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में हिंसा के बाद से हंगामा जारी है, जहां महिलाओं ने शाहजहां शेख समेत टीएमसी के नेताओं पर यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने के आरोप लगाए हैं. बीते दिनों महिलाओं ने टीएमसी नेताओं के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए विरोध किया था. जिसके बाद इस मुद्दे को बीजेपी विधायकों में विधानसभा में उठाया था, जिसको लेकर खूब हंगामा हुआ था.

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वहीं. पिछले महीने राशन वितरण में भ्रष्टाचार के आरोप पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शाहजहां के घर छापेमारी के लिए पहुंची थी. इसी दौरान शाहजहां के समर्थकों ने ईडी अधिकारियों पर हमले किए, जिसमें कई अधिकारियों को चोटें आई थीं. इस मामले में टीएमसी के ब्लॉक प्रमुख शिबू हाजरा, जिला परिषद सदस्य और तृणमूल के क्षेत्रीय अध्यक्ष (अब निष्कासित) उत्तम सरदार का नाम सामने आया था, जिनको पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

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