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बिहार में टीचर्स के ड्रेस कोड वाले फैसले पर शुरू हुई सियासत, RJD-कांग्रेस ने नीतीश सरकार को घेरा

बिहार के शिक्षा विभाग ने राज्य के सरकारी स्कूलों के लिए ड्रेस कोड जारी किया है. नए नियमों के मुताबिक, शिक्षकों के जींस टी-शर्ट पहनने पर रोक लगा दी गई है. सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर रील्स बनाने पर भी रोक लगा दी गई है.

बिहार में टीचर्स के ड्रेस कोड वाले फैसले पर शुरू हुई सियासत. (सांकेतिक तस्वीर) बिहार में टीचर्स के ड्रेस कोड वाले फैसले पर शुरू हुई सियासत. (सांकेतिक तस्वीर)
अनिकेत कुमार
  • नई दिल्ली,
  • 10 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 1:44 PM IST

बिहार के शिक्षा विभाग ने राज्य के सरकारी स्कूलों के लिए ड्रेस कोड जारी किया है. नए नियमों के मुताबिक, शिक्षकों के जींस टी-शर्ट पहनने पर रोक लगा दी गई है. सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर रील्स बनाने पर भी रोक लगा दी गई है. विभाग के निर्देशानुसार अब सरकारी स्कूलों में शिक्षक फॉर्मल ड्रेस में आएंगे. बुधवार को शिक्षा विभाग के निदेशक (प्रशासन) सह अपर सचिव सुबोध कुमार चौधरी द्वारा सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश जारी किया गया. बिहार सरकार के इस फैसले पर अब सियासत शुरू हो गई है. विपक्ष अब इसको लेकर हमलावर है. 

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केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने क्या कहा

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि शिक्षक जितना सामान्य हो उतना ही अच्छा है. उन्होंने कहा कि इस फैसले पर सियासत नहीं करनी चाहिए.

आरजेडी ने बोला हमला

आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बार-बार नए फरमान जारी कर शिक्षकों को मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है . ड्रेस कोड लागू करना अच्छी बात है लेकिन बार-बार फरमान जारी करना सही नहीं है . शिक्षा विभाग को बिहार की शिक्षा सुधारने पर ध्यान देना चाहिए, ना कि सिर्फ फरमान जारी करने पर .

जेडीयू ने क्या कहा

जेडीयू नेता अरविंद निषाद ने कहा, 'अगर शिक्षक सरकार के द्वारा निर्धारित किए गए वस्त्र पहनकर ही स्कूल जाएंगे तो छात्रों पर अच्छा प्रभाव पड़ेगा . क्योंकि आचरण से ही बच्चे सीखते हैं, जैसा गुरु आचरण रखेंगे वैसे बच्चे सीखेंगे .

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कांग्रेस ने पूछा ये सवाल

कांग्रेस नेता राजेश राठौड़ ने कहा कि अगर शिक्षक जींस टी-शर्ट नही पहनेंगे तो क्या पहनेंगे ? ये सरकार बता दे कि शिक्षक पैंट पहनेंगे या धोती पहन कर आएंगे.

यह भी पढ़ें: बिहार के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के जींस–टी शर्ट पहनने पर रोक, Reels बनाने पर भी लगी पाबंदी

दरअसल, निर्देश में कहा गया है, 'विद्यालयों एवं अन्य शैक्षणिक संस्थानों के गतिविधियों में शालीनता प्रकट करने एवं मर्यादित व्यवहार करने हेतु निर्देश दिया गया था, लेकिन यह देखा जा रहा है कि विद्यालयों व अन्य शैक्षणिक संस्थानों में तैनात शिक्षक एवं कर्मचारी कार्यालय संस्कृति के विरुद्ध अनौपचारिक परिधान (जैसे- जींस-टीशर्ट) में आ रहे हैं. साथ ही सोशल मीडिया (फेसबुक, यू-ट्यूब, इंस्टाग्राम आदि) एवं अन्य माध्यमों से डांस, डीजे, डिस्को और अन्य निम्न स्तर की गतिविधियां विद्यालय परिसर में संचालित होते हुए पाया गया है.'

निर्देश में आगे कहा गया है कि शिक्षकों और शिक्षकेत्तर कर्मियों के विद्यालय परिसर में इस तरह का आचरण और व्यवहार शैक्षणिक माहौल कौ नकारात्मक ढंग से प्रभावित करता है, जो कहीं से भी स्वीकार नहीं किया जा सकता है. केवल शिक्षा कलैंडर के अनुसार विशेष दिनोंमें नृत्य, संगीत आदि का अनुशासित एवं शालीन कार्यक्रम मान्य है. 

अधिकारियों को दिए निर्देश में कहा गया है कि विद्यालयों-शैक्षणिक संस्थानों में तैनात शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मी शिक्षण-कार्यालय अवधि के दौरान गरिमायुक्त औपचारिक परिधान में ही आएंगे. जिला शिक्षा पदाधिकारियों को इसका अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये हैं.

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