
कर्नाटक के चर्चित सेक्स स्कैंडल में फंसे जेडीएस नेता प्रज्वल रेवन्ना की मां भवानी रेवन्ना को अग्रिम जमानत मिल गई है. कर्नाटक हाईकोर्ट ने अपहरण मामले में उन्हें जमानत दी है.
एचडी रेवन्ना की पत्नी भवानी को इस शर्त पर अग्रिम जमानत दी गई है कि वह मैसूर और हसन जिलों का दौरा नहीं करेंगी.
भवानी रेवन्ना पर क्या हैं आरोप?
भवानी रेवन्ना एचडी रेवन्ना की पत्नी और प्रज्वल रेवन्ना की मां हैं. भवानी रेवन्ना पर उस महिला का अपहरण करने का आरोप है, जिसके साथ प्रज्वल ने कथित रूप से यौन उत्पीड़न किया था. दावा है कि उसका अपहरण इसलिए किया था, ताकि उसे शिकायत करने से रोका जा सके.
स्पेशल पब्लिक प्रॉसिक्यूटर रविवर्मा कुमार ने इससे पहले कहा था कि भवानी इस पूरे किडनैपिंग कांड का मास्टरमाइंड थी. बता दें कि कर्नाटक के इस सेक्स स्कैंडल को लेकर कर्नाटक सरकार ने प्रज्वल के खिलाफ जांच के लिए एसआईटी गठित की थी.
प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े सेक्स स्कैंडल से जुड़े हैं तार
प्रज्वल रेवन्ना के अब तक अलग-अलग लड़कियों के साथ 2500 से ज्यादा अश्लील वीडियो क्लिप की जानकारी सामने आ चुकी है. जांच एजेंसी को एक पेन ड्राइव मिली है, जिसमें रेवन्ना से जुड़े अश्लील वीडियो हैं. जेडीएस नेता प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ पुलिस अब तक 3 अलग-अलग केस दर्ज कर चुकी है. वह फिलहाल पुलिस की गिरफ्त में है.
पूर्व नौकरानी से शोषण का आरोप
प्रज्वल के खिलाफ दर्ज पहला केस 47 साल की पूर्व नौकरानी के यौन शोषण से जुड़ा है. इसमें उसे मुख्य आरोपी ना बनाकर सहायक आरोपी यानी की आरोपी नंबर 2 बनाया गया है. इसे 28 अप्रैल को हासन के होलेनारसीपुरा में रजिस्टर्ड किया गया. इसमें प्रज्वल के पिता एचडी रेवन्ना मुख्य आरोपी हैं, जो इस समय जमानत पर हैं.
बार-बार दुष्कर्म करने का आरोप
दूसरा केस सीआईडी ने रजिस्टर्ड किया है. यह मामला 1 मई को दर्ज हुआ था. इसमें 44 साल की महिला ने कई बार दुष्कर्म करने का आरोप प्रज्वल पर लगाया है. आरोप किसी और ने नहीं बल्कि जेडीएस की महिला कार्यकर्ता ने ही लगाया है.
60 साल की महिला ने भी किया केस
तीसरा केस भी दुष्कर्म का है, जो एसआईटी ने दर्ज किया है. इसमें पीड़िता की उम्र 60 साल के आसपास है. तीनों ही मामले आईपीसी की धारा 376 के तहत दर्ज किए गए हैं. इसके अलावा 354 B, 354 C, 506 के तहत भी केस दर्ज किया गया है.