
अभिनेता प्रकाश राज ने चंद्रयान-3 मिशन को लेकर सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर की थी. इस तस्वीर को लेकर उन्हें जमकर ट्रोल किया गया. पुलिस में शिकायत तक दर्ज कराई गई. उन्हें राष्ट्रविरोधी तक कहा गया, जिसके बाद उन्हें सफाई देकर चांद पर चाय की दुकान और नील आर्मस्ट्रॉन्ग से जुड़े दशकों पुराने चुटकुले की बात कही.
लेकिन क्या है वह चुटकुला? जिसकी वजह से प्रकाश राज को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा. कुछ साल पहले एक रिपोर्ट आई थी कि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में रहने वाले एक मलयाली शख्स को उसके दोस्त ने चांद पर 10 एकड़ जमीन तोहफे में दी थी. कहा जाता है कि अगर केरल के किसी शख्स के पास चांद पर जमीन का टुकड़ा है तो यह सवाल उठना लाजिमी है कि वह चांद पर चाय की दुकान कब शुरू करने जा रहा है?
यह दशकों पुराना चुटकुला मलयाली समाज में आज काफी पॉपुलर है. यह चुटकुला केरल के लोगों में 1969 से बनी हुई है. 1969 में अपोलो 11 चांद की सतह पर उतरा था. इसी अपोलो 11 में नील आर्मस्ट्रॉन्ग सवार थे. पहली बार किसी शख्स ने चांद की सरजमीं पर कदम रखा था. इसी के साथ मलयालियों से जुड़े चुटकुलों की बाढ़ आने लगी. इन चुटकुलों में से एक यह था कि जब नील आर्मस्ट्रॉन्ग ने चांद पर कदम रखा तो उन्होंने वहां एक मलयाली को चाय की दुकान चलाते देखा.
चांद पर चाय की दुकान और नील आर्मस्ट्रॉन्ग
एक चुटकुला यह था कि नील आर्मस्ट्रॉन्ग ने जब चांद पर कदम रखा तो वहां 60 के दशक का एक मलयाली गाना बज रहा था. जब वह और आगे गए तो उन्हें चाय की एक दुकान दिखाई दी, जिसके बोर्ड पर लिखा था कि 'यहां चाय बनाने वाले बड़े भाई (मलयाली) से धर्म की बात मत करना'. चुटकुले में कहा जाता है कि आर्मस्ट्रॉन्ग को बड़े भाई ने चाय ऑफर की और उन्होंने बड़े चाव से चाय पी. इसके बाद से चांद पर मलयालियों से जुड़े कई कार्टून और कैरिकेचर प्रकाशित होते रहे, जिन्हें पसंद भी किया जाता रहा. इसके बीचे तर्क यह दिया जाता रहा कि आपको हर जगह मलयाली देखने को मिलेगा, यहां तक कि चांद पर भी.
लेकिन मलयाली की चाय की दुकान ही क्यों
लेकिन यह चाय की दुकान का चुटकुला ही क्यों? असल में उन दिनों मलयाली बड़ी संख्या में चाय की दुकानें चलाते थे, विशेष रूप से तमिलनाडु और कर्नाटक के आशपास के राज्यों में. उन दिनों मद्रास (चेन्नई) दक्षिण भारत में सिनेमा का मुख्य केंद्र था. बड़ी संख्या में केरल के लोग फिल्मों में काम करने का सपना लेकर मद्रास जाते थे. जब वे लोग फिल्मों में सफल नहीं हो सके तो उन्होंने चाय की दुकानें खोल ली. तमिल फिल्मों में बड़े पैमाने पर लुंगी पहने लोगों को चाय की दुकानें चलाते दिखाया गया.
बता दें कि प्रकाश राज ने सोशल मीडिया पर 'चंद्रयान-3' से जोड़कर एक फोटो शेयर की थी, जिसको लेकर उन्हें काफी ट्रोल किया गया. प्रकाश राज ने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर की थी, जिसमें लुंगी और शर्ट पहना एक कार्टून कैरेक्टर दो जग में चाय को ऊपर-नीचे करता नजर आता है. उन्होंने इस तस्वीर पर कैप्शन में लिखा था कि विक्रमलैंडर ने चंद्रमा से पहली तस्वीर भेजी है. उनके इस फोटो को सोशल मीडिया पर शेयर करते ही यूजर्स ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया, जिसके बाद प्रकाश राज ने बयान जारी कर सफाई भी दी थी. अब हिंदूवादी संगठनों ने उनके खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई है.
प्रकाश राज के खिलाफ कर्नाटक के बागलकोट जिले के बनहट्टी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई है. यह कदम हिंदूवादी संगठनों के नेताओं ने उठाया है और एक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.