
चुनावी रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर की कंपनी आईपैक के 20 से 22 कर्मचारियों का दल त्रिपुरा पहुंचा है. त्रिपुरा में तृणमूल कांग्रेस के लिए जमीनी हकीकत का पता लगाने आईपैक के कर्मचारियों का दल अगरतला पहुंचा है. अगरतला पहुंचे आईपैक के कर्मचारियों के दल में शामिल सदस्यों के होटल से बाहर निकलने पर रोक लग गई है. त्रिपुरा प्रशासन ने आईपैक के कर्मचारियों के होटल से बाहर निकलने पर रोक लगा दी है.
ये सभी सदस्य पिछले कई दिनों से त्रिपुरा में टीएमसी के लिए संभावनाओं का पता लगाने के लिए गए हुए हैं. आईपैक के कर्मचारी अगरतला के होटल वुडलैंड में रुके हुए हैं. आईपैक के कर्मचारियों के होटल से बाहर निकलने पर रोक कोरोना प्रोटोकॉल न मानने की वजह से लगाई गई है. प्रशासन के मुताबिक कोरोना प्रोटोकॉल न मानने की वजह से कर्मचारियों के होटल से बाहर निकलने पर रोक लगाई गई है.
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल चुनाव में टीएमसी की चुनावी रणनीति का जिम्मा प्रशांत किशोर ने ही संभाला था. प्रशांत किशोर और ममता बनर्जी के बीच पिछले दिनों मैराथन बैठक भी हुई थी जिसमें टीएमसी की राष्ट्रीय राजनीति का खाका खींचा गया था. टीएमसी ने भी साफ कर दिया था कि उसका अगला लक्ष्य अब राष्ट्रीय राजनीति और 2024 के लोकसभा चुनाव हैं.
बता दें कि त्रिपुरा में टीएमसी का राजनीतिक वजूद रहा है. टीएमसी इन दिनों राज्य में थोड़ी कमजोर पड़ी है. टीएमसी की कोशिश पूर्वोत्तर के इस महत्वपूर्ण राज्य में फिर से अपनी खोई सियासी जमीन तलाशने की है.