
जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर को पटना प्रशासन ने गांधी मैदान में गांधी मूर्ति के नीचे छात्र संसद का आयोजन करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है. प्रशांत किशोर ने बीपीएससी परीक्षाओं को लेकर छात्रों और अभ्यर्थियों के आंदोलन को समर्थन देने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई थी.
प्रशांत किशोर ने BPSC अभ्यर्थियों से की थी मुलाकात
प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को बीपीएससी परीक्षाओं को लेकर आंदोलनरत अभ्यर्थियों से मुलाकात की थी और उन्हें अपने आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए रणनीति बनाने का आह्वान किया था. उन्होंने छात्रों और उनके अभिभावकों से शनिवार को गांधी मैदान पहुंचने की अपील की थी, ताकि आंदोलन के अगले चरण की योजना बनाई जा सके.
प्रशासन ने दी थी ये दलील
हालांकि, पटना प्रशासन ने इस आयोजन को अनुमति देने से इनकार करते हुए कई कारण बताए हैं. प्रशासन ने दलील दी है कि, गांधी मैदान में किसी भी कार्यक्रम के आयोजन के लिए कम से कम 45 दिन पहले आवेदन करना अनिवार्य है. जन सुराज पार्टी ने शुक्रवार शाम को ही आवेदन दिया था, जो नियमानुसार काफी देर से था. प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि गांधी मूर्ति के नीचे किसी भी प्रकार के आयोजन की अनुमति नहीं दी जाती. इस समय गांधी मैदान में विभिन्न मेले और महोत्सव चल रहे हैं, जिसके कारण नए कार्यक्रम के लिए अनुमति देना संभव नहीं है.
क्या बोले प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर के इस कार्यक्रम को रोके जाने से राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है. जन सुराज पार्टी ने इसे छात्रों और अभ्यर्थियों की आवाज दबाने की साजिश करार दिया है. पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि यह कदम सरकार के लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के प्रति नकारात्मक रवैये को दर्शाता है.
इस बीच, बीपीएससी अभ्यर्थियों का आंदोलन पटना और आसपास के इलाकों में जारी है. छात्र इस मुद्दे पर राज्य सरकार से जवाबदेही की मांग कर रहे हैं. प्रशांत किशोर ने भरोसा दिलाया है कि उनकी पार्टी छात्रों के साथ खड़ी रहेगी और इस मुद्दे को मजबूत तरीके से उठाएगी.