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पुरी: 2 KM पैदल चलकर भगवान जगन्नाथ के दर्शन करने पहुंचीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 

देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ का आशीर्वाद लेने के लिए करीब दो किलोमीटर की दूरी पैदल तय की. इस दौरान मंदिर जाते समय श्रद्धालुओं ने राष्ट्रपति का अभिनंदन भी किया.

2 किमी चलकर मंदिर दर्शन करने पहुंचीं राष्ट्रपति 2 किमी चलकर मंदिर दर्शन करने पहुंचीं राष्ट्रपति
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 10 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 2:00 PM IST

देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ का आशीर्वाद लेने के लिए करीब दो किलोमीटर की दूरी पैदल तय की. इस दौरान मंदिर जाते समय श्रद्धालुओं ने राष्ट्रपति का अभिनंदन भी किया. 

In a rare gesture, President Droupadi Murmu walked about two kilometers to seek the blessings of Lord Jagannath at Puri. Devotees greeted the President on her way to the temple. pic.twitter.com/b6C8IQQZnr

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— President of India (@rashtrapatibhvn) November 10, 2022  

देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज ओडिशा दौरे पर पहुंचीं हैं. आज जब वह भुवनेश्वर पहुंचीं तो ओडिशा के राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने उनका स्वागत किया था. राष्ट्रपति को उनकी पहली ओडिशा यात्रा पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया था. 

बिना चप्पल के 2 किमी की दूरी तय की

उसके बाद राष्ट्रपति भगवान जगन्नाथ के दर्शन करने और आशीर्वाद लेने के लिए पुरी पहुंचीं. इस दौरान उन्होंने नंगे पैर करीब 2 किमी की यात्रा तय की. इस दौरान उनके साथ केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद रहे. वह लगातार उनके साथ पैदल चल रहे थे. राष्ट्रपति के ट्विटर अकाउंट पर शेयर किए गए वीडियो में दिखाई दे रहा है कि कैसे लोग जय जगन्नाथ-जय जगन्नाथ के नारे लगा रहे हैं. 

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ओडिशा के मयरूभंज की रहने वाली हैं राष्ट्रपति

इस दौरान राष्ट्रपति वहां मौजूद श्रद्धालुओं का भी अभिवादन कर रही हैं. बता दें कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ओडिशा की ही रहने वाली हैं. मयूरभंज जिले के बैदापोसी गांव में उनका जन्म हुआ था. वह आदिवासी संथाल परिवार से ताल्लुक रखती हैं. मुर्मू ने एक टीचर के रूप में अपने करियर की शुरुआत की और फिर उन्होंने ओडिशा के सिंचाई विभाग में एक कनिष्ठ सहायक यानी क्लर्क के पद पर भी नौकरी की. मुर्मू ने नौकरी से मिलने वाले वेतन से घर खर्च चलाया और बेटी इति मुर्मू को पढ़ाया-लिखाया. 

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