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बांग्लादेश में राष्ट्रपति कोविंद, भारत ने उठाया अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों का मुद्दा

राष्ट्रपति कोविंद ने बांग्लादेश के राजनीतिक नेतृत्व - राष्ट्रपति मोहम्मद अब्दुल हमीद, प्रधान मंत्री शेख हसीना और विदेश मंत्री डॉ एके अब्दुल मोमेन से मंगलवार को मुलाकात की, जहां दोनों पक्षों ने अल्पसंख्यकों के खिलाफ हमलों की हालिया घटनाओं के संबंध में भारत की चिंताओं सहित व्यापक मुद्दों पर बात की. 

ढाका में एक बैठक के दौरान बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हामिद के साथ राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद (फोटो:पीटीआई) ढाका में एक बैठक के दौरान बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हामिद के साथ राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद (फोटो:पीटीआई)
गीता मोहन
  • नई दिल्ली,
  • 16 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 10:43 AM IST
  • 15 से 17 दिसंबर तक बांग्लादेश की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं भारत के राष्ट्रपति
  • राष्ट्रपति कोविंद रमना काली मंदिर भी जाएंगे

भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद 15 से 17 दिसंबर तक बांग्लादेश की तीन दिवसीय यात्रा के लिए बुधवार को ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरे. वहां उनका स्वागत बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद अब्दुल हमीद ने किया.

राष्ट्रपति ने बांग्लादेश के राजनीतिक नेतृत्व - राष्ट्रपति मोहम्मद अब्दुल हमीद, प्रधान मंत्री शेख हसीना और विदेश मंत्री डॉ एके अब्दुल मोमेन से मंगलवार को मुलाकात की, जहां दोनों पक्षों ने अल्पसंख्यकों के खिलाफ हमलों की हालिया घटनाओं के संबंध में भारत की चिंताओं सहित व्यापक मुद्दों पर बात की. 

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भारत के राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति COVID महामारी के बीच उनकी पहली राजकीय यात्रा पर हैं. राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय शहीद स्मारक का दौरा किया. बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने 32 धनमंडी में बंगबंधु स्मारक संग्रहालय का दौरा किया, जहां बांग्लादेश के राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान को श्रद्धांजलि दी गई. 

पूछे जाने पर कि क्या भारत ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की स्थिति का मुद्दा उठाया, बैठकों के बाद ढाका में एक विशेष ब्रीफिंग के दौरान विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला ने कहा कि सभी महत्वपूर्ण मामलों पर चर्चा की गई. मामले को संभालने में शेख हसीना सरकार के कार्य सराहनीय हैं. 

उन्होंने कहा कि चर्चा में दोनों देशों के लिए महत्व के सभी मुद्दों को शामिल किया गया. उन्होंने कहा कि गोपनीयता की वजह से विस्तृत जानकारी नहीं दे सकते, लेकिन दोनों देशों के लिए ये मुद्दे महत्वपूर्ण हैं. इसमें ऐसे प्रश्न भी शामिल हैं जो दोनों देशों के लिए भी प्रासंगिक हैं.

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राष्ट्रपति कोविंद विजय दिवस समारोह में भाग लेने के लिए ढाका में हैं. मंदिर के हाल ही में पुनर्निर्मित हिस्से का उद्घाटन करने के लिए अपने दौरे के अंतिम दिन रमना काली मंदिर भी जाएंगे. पाकिस्तानी सेना ने 1971 में ऐतिहासिक मंदिर को नष्ट कर दिया था.

बांग्लादेश की 50वीं वर्षगांठ पर दी बधाई

राष्ट्रपति ने मुजीब बोरशो के ऐतिहासिक अवसर, बांग्लादेश की मुक्ति की 50वीं वर्षगांठ और भारत-बांग्लादेश द्विपक्षीय संबंधों के 50 साल पूरे होने पर बांग्लादेश की सरकार और लोगों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश का मुक्ति संग्राम हाल के इतिहास में एक प्रेरक प्रसंग था और भारत इसका हिस्सा बनकर सम्मानित महसूस कर रहा था. उन्होंने कहा कि 50 साल पहले भारत और बांग्लादेश ने एक विशेष दोस्ती शुरू की, जो भाषा, रिश्तेदारी, धर्म और सांस्कृतिक लोकाचार के साथ-साथ आपसी सम्मान की समानता में रखी गई थी. 

राष्ट्रपति ने दोहराया कि भारत की 'पड़ोस पहले' नीति में बांग्लादेश का विशेष स्थान है. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के साथ भारत की विकास साझेदारी सबसे व्यापक और व्यापक साझेदारी में से एक है. 

क्वाड की सभी गतिविधियों को देखें, चाहे वह वैक्सीन पर हो, जलवायु परिवर्तन पर हो, नई तकनीकों पर हो. हिंद-प्रशांत क्षेत्र के देशों के साथ काम करना है, ताकि उन्हें एक स्वतंत्र, खुले, पारदर्शी, समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र के हमारे दृष्टिकोण को प्राप्त करने के लिए साधन उपलब्ध कराया जा सके.

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कनेक्टिविटी पर भी की गई चर्चा

आधिकारिक बयान के अनुसार, भारतीय राष्ट्रपति ने भारत-बांग्लादेश संबंधों के एक महत्वपूर्ण 'स्तंभ' होने के नाते कनेक्टिविटी पर भी चर्चा की. दोनों देशों को अपनी भौगोलिक निकटता से बहुत कुछ हासिल करना है. उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि बांग्लादेश भारत के सबसे बड़े व्यापार भागीदारों में से एक है. उन्होंने कहा कि भारत दोनों देशों के बीच अधिक संगठित और निर्बाध व्यापार की आशा करता है. उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष, परमाणु प्रौद्योगिकी, रक्षा, फार्मास्यूटिकल्स और अन्य उन्नत विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्षेत्र जैसे क्षेत्रों में भागीदारी की बहुत गुंजाइश है. 

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