
राजधानी दिल्ली में आयोजित दो दिवसीय इंडिया टुडे कॉन्क्लेव का समापन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के साथ हुआ. लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद ये पीएम मोदी का पहला भाषण था. इंडिया टुडे समूह के चेयरमैन एवं एडिटर-इन-चीफ अरुण पुरी ने पीएम मोदी का स्वागत किया. प्रधानमंत्री के स्वागत भाषण में अरुण पुरी ने उनसे एक सवाल भी पूछा.
अरुण पुरी ने प्रधानमंत्री से कहा, 'मैं आपसे कुछ पूछना चाहता हूं. आज चुनाव की तारीखों का ऐलान हुआ है. पिछले दो महीनों से आप दक्षिण भारत के काफी दौरे कर रहे हैं. मुझे यह भी पता है कि आप बहुत दूर की सोचते हैं. फिर मुझे ख्याल आया कि आप 2024 नहीं 2029 के लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रहे हैं. क्या इसमें कुछ सच्चाई है?' प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत में इस सवाल का जवाब देते हुए कहा, 'अरुण जी, आप अपनी पूरी टीम को लगाइए कि मोदी है क्या? ढूंढ़कर निकालें. आप 29 पर अटक गए. मैं 2047 के लिए लगा हुआ हूं.'
'इसे कहते हैं मोदी की गारंटी'
पीएम का स्वागत करते हुए अरुण पुरी ने कहा, 'प्रधानमंत्री जी, पिछले साल मैंने आपसे इसी मंच पर अनुरोध किया था कि आप वापस जरूर आएं. आप आए. मुझे पता चला है कि आप अपने दक्षिण के दौरे से खासतौर पर सिर्फ हमारे लिए वापस आए हैं और कल सुबह वापस चले जाएंगे. इंडिया टुडे की तरफ से मैं आपका बहुत आभारी हूं. इसे कहते हैं 'मोदी की गारंटी'.
उन्होंने कहा, 'पिछले एक साल में आपने हमें इतना व्यस्त रखा है. पिछले साल आपके कॉन्क्लेव में आने के बाद से भारत ने सफल चंद्र मिशन लॉन्च किया, ऐतिहासिक जी-20 जो अब जी-21 है, नए संसद भवन का उद्घाटन, नए प्रदर्शनी स्थल भारत मंडपम का उद्घाटन, महिला आरक्षण बिल, फास्ट ट्रेनें, एक्सप्रेसवे और एयरपोर्ट जैसे इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण. आपकी सरकार ने भारत के औपनिवेशिक क्रिमिनल लॉ और 1860 के पीनल कोड को बदल दिया. भव्य राम मंदिर का निर्माण करके अयोध्या का भव्य पुनर्जन्म हुआ.'
'करना है तो पत्थर पर लकीर करो'
उन्होंने कहा, 'आपने भारत को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बनाया है और यह सब वैश्विक अनिश्चितता और अस्थिरता के समय किया गया. यही वजह है कि आप इंडिया टुडे मैग्जीन के लिए 2023 न्यूज मेकर ऑफ द ईयर थे. न्यूज़मेकर के लिए हमारी बातचीत के दौरान जिस जवाब ने मुझे सबसे अधिक प्रभावित किया वह था : 'मक्खन पर लकीर तो सब करते हैं. करना है तो पत्थर पर लकीर करो'.
अरुण पुरी ने कहा, 'आप आम आदमी की जरूरतों और आकांक्षाओं को समझते और महसूस करते हैं और उन्हें पूरा करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं. आपने 10 साल पहले कार्यभार संभालने के पहले दिन से ऐसा किया है.'
उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि दुनिया एक बार फिर भारत और आपकी तरफ देखेगी कि आधुनिक लोकतंत्र को कैसे आगे बढ़ाया जाए. यह एक कठिन चुनौती और एक बड़ा अवसर है. सिर्फ आपकी तरह लोकप्रियता एक लोकतांत्रिक नेता ही यह सुनिश्चित कर सकता है कि सबका साथ, सबका विकास से कोई पीछे न छूटे और कोई भी आवास अनसुनी न रहे.'
उन्होंने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि एक बार चुनाव संपन्न हो जाए तो हम एक उदार लोकतंत्र की वह चमकदार रौशनी बन जाएंगे जो अपने सभी नागरिकों के मौलिक अधिकारों की रक्षा और संरक्षण करता है. हम चुनावों के लिए तैयार हैं. नारा पहले से ही 'चार सौ पार' है. मैं बड़ी उम्मीद से इंतजार कर रहा हूं कि आपके पास हमारे लिए क्या प्रोग्रेसिव चीजें हैं.'
कर्नाटक से सीधे कॉन्क्लेव पहुंचे पीएम
कॉन्क्लेव में शामिल होने से कुछ देर पहले ही प्रधानमंत्री कर्नाटक से लौटे. पीएम ने अपने संबोधन में कहा, 'मैं जब भी इस तरह के कॉन्क्लेव में आता हूं तो आपको उम्मीद होती है कि कई हेडलाइन देकर जाऊंगा. मैं हेडलाइन पर नहीं डेडलाइन पर काम करने वाला आदमी हूं.'
इससे पहले कॉन्क्लेव में गृहमंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, इंफोसिस के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति और उनकी लेखक पत्नी सुधा मूर्ति, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम जैसी कई दिग्गज हस्तियों ने शिरकत की.