
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने फॉर्म, रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म की बात की. पीएम मोदी ने कहा कि आपने (जनता) सरकार को फॉर्म किया. हमने (सरकार) रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म किया.
पीएम मोदी ने आगे कहा,'2014 में आपने मजबूत सरकार बनाई. 2019 में आपने सरकार फॉर्म की. तो मोदी में रिफॉर्म की हिम्मत आई. जब मोदी ने रिफॉर्म किए, तो ब्यूरोक्रेसी ने ट्रांसफॉर्म करने के लिए परफॉर्म करने की जिम्मेदारी बखूबी निभाई. इससे जनता जनार्दन जुड़ गई. ट्रांसफॉर्म भी नजर आ रहा है. ये भारत को गढ़ रहा है. हमारी सोच उस बदलाव को बढ़ावा देने के लिए है, जो 1000 साल तक हमारे भविष्य की रूपरेखा तय करेगी. हमारी युवा शक्ति न सिर्फ भारत, बल्कि पूरी दुनिया की जरूरत को पूरा करने में सफल होगी.
मछुआरों का कल्याण भी हमारे मन में
सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए पीएम मोदी ने कहा,'हमने अलग आयुष मंत्रालय बनाया. आज योग और आयुष अलग परचम लहरा रहा है. हमारे कोटि कोटि मछुआरों का कल्याण भी हमारे मन में है. इसलिए हमने अलग मंत्रालय की रचना की. ताकि समाज के जो लोग पीछे रह गए, उन्हें भी साथ ले सकें. देश के कोने कोने में हमने अलग सहकारिता मंत्रालय बनाया. ताकि गरीब से गरीब की सुनवाई वहां हो और वह भी राष्ट्र के योगदान में हिस्सा दे सकें. हमने सहकार्य से योगदान का रास्ता निभाया है.'
अर्थव्यवस्था में 5वें नंबर पर पहुंचा भारत
उन्होंने आगे कहा,'हम जब 2014 में आए थे, तब वैश्विक अर्थव्यवस्था में 10वें नंबर पर थे. आज हम 5वीं अर्थव्यवस्था के नंबर पर पहुंच गए हैं. भ्रष्टाचार का राक्षस देश को दबोचे हुए थे. हमने ये सब बंद किया. मजबूत अर्थव्यवस्था बनाई. गरीब कल्याण के लिए ज्यादा से ज्यादा धन खर्च करने की योजना बनाई. आज देश का सामर्थ्य बढ़ रहा है.' पीएम मोदी ने कहा कि अगर पाई-पाई गरीब के लिए खर्च करने वाली सरकार हो तो परिणाम क्या आता है, वो देखा जा सकता है.
MSMe को नहीं दिया गया डूबने
पीएम मोदी ने कहा,'यूरिया सस्ता मिले, इसके लिए देश की सरकार 10 लाख करोड़ रुपये यूरिया में सब्सिडी दे रही है. मुद्रा योजना में 20 लाख करोड़ रुपये युवाओं को कारोबार करने के लिए दिए गए हैं. 8 करोड़ लोगों ने अपना कारोबार शुरू किया है. हर कारोबार ने 1-2 लोगों को रोजगार दिया है. MSMe को कोरोना के वक्त में भी डूबने नहीं दिया गया. वन रैंक वन पेंशन योजना सेना के नायिकों और उनके परिवार के जेबों में पहुंचा है. हर कैटेगरी में पहले की तुलना में अनेक गुणा धन का इस्तेमाल भारत के भाग्य को बदलने के लिए हुआ है.