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Prime Ministers Museum: पंडित जवाहरलाल नेहरू से नरेंद्र मोदी तक सबका इतिहास... जानिए प्रधानमंत्री म्यूजियम में क्या-क्या है खास

Prime Ministers Museum: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को Prime Ministers Museum का उद्घाटन किया. इस म्यूजियम में देश के पूर्व प्रधानमंत्रियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है. इसको तैयार करते समय एक भी पेड़ नहीं काटा गया है.

Prime Minister Museum की बिल्डिंग का लोगो भारत की जनता के हाथ में 'चक्र' है, जो देश और लोकतंत्र को दर्शाता है. Prime Minister Museum की बिल्डिंग का लोगो भारत की जनता के हाथ में 'चक्र' है, जो देश और लोकतंत्र को दर्शाता है.
हिमांशु मिश्रा
  • दिल्ली,
  • 14 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 2:13 PM IST
  • पीएम मोदी ने किया म्यूजियम का उद्घाटन
  • तीन मूर्ति भवन में तैयार हुआ है संग्रहालय
  • करीब 271 करोड़ रुपये आई है लागत

पीएम नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली के तीन मूर्ति भवन (teen murti bhawan) परिसर में बनकर तैयार हुए प्रधानमंत्री संग्रहालय (prime ministers museum) का उद्घाटन किया. इस संग्रहालय का पहला टिकट भी पीएम मोदी ने ही खरीदा. संग्रहालय में भारत के 14 पूर्व प्रधानमंत्रियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है. म्यूजियम में क्या खास है और इसे तैयार करने में कितना खर्च आया, आइए जानते हैं.

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प्रधानमंत्री संग्रहालय, दिल्ली में नेहरू स्मारक म्यूजियम और लाइब्रेरी (Nehru Memorial Museum and library) परिसर में बनाया गया है. इस संग्रहालय में देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू से लेकर मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक सभी प्रधानमंत्रियों के जीवन को विस्तार से संग्रहित किया गया है. भारत के संविधान को भी प्रधानमंत्री संग्रहालय (prime ministers museum) में जगह दी गई है. ये संग्रहालय आजादी के बाद भारत की कहानी को अपने प्रधानमंत्रियों के जीवन और योगदान के जरिये बताएगा.

पूर्व प्रधानमंत्रियों की दुर्लभ सूचनाएं उपलब्ध 

संग्रहालय में सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों के व्यक्तिगत सामान, कलाकृतियां, चिट्ठियां, तस्वीरें, विदेशी दौरे पर मिले उपहार, सम्मान, पदक, स्मारक टिकट भी उपलब्ध हैं. इसके अलावा सभी प्रधानमंत्रियों के भाषणों का संग्रह भी है. प्रधानमंत्रियों से जुड़े व्यक्तिगत सामानों को उनके परिवार से जुटाया गया है. इन सामानों को डिजिटल डिस्प्ले के जरिए दिखाया जाएगा. पूर्व प्रधानमंत्रियों के बारे में राष्ट्रीय संग्रहालय से जुटाई गईं तमाम दुर्लभ सूचनाएं भी पीएम संग्रहालय में उपलब्ध रहेंगी.

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कई जगहों से जुटाई गई जानकारी

प्रधानमंत्रियों के बारे में जानकारी लेने के लिए दूरदर्शन, फिल्म डिविजन, संसद टीवी, रक्षा मंत्रालय, मीडिया हाउस, प्रिंट मीडिया, विदेशी न्यूज एजेंसियां, विदेश मंत्रालय के संग्रहालयों से भी मदद ली गई है. संग्रहालय में वर्चुअल रियलिटी, मल्टी-टच, मल्टी-मीडिया, इंटरेक्टिव कियोस्क, कम्प्यूटरीकृत काइनेटिक मूर्तियां, स्मार्टफोन एप्लिकेशन, इंटरेक्टिव स्क्रीन जैसी अत्याधुनिक तकनीक की व्यवस्था है.

संग्रहालय में हैं कई गैलरी

प्रधानमंत्री संग्रहालय (prime minister museum) में कई गैलरी हैं. इनके जरिये स्वतंत्रता संग्राम के प्रदर्शन से शुरू होकर संविधान के निर्माण तक की कहानियां प्रदर्शित की गई हैं. पुराने और नए संग्रहालय ब्लॉक I के रूप में पहचाने जाने वाले तत्कालीन तीन मूर्ति भवन को ब्लॉक II के रूप में पहचान रखने वाले नवनिर्मित भवन के साथ जोड़ा गया है. इन दोनों ब्लॉक का कुल क्षेत्रफल 15,600 वर्ग मीटर से अधिक है.

ब्लॉक-1 में है नेहरू म्यूजियम

तीन मूर्ति भवन (teen murti bhawan) में नवनिर्मित प्रधानमंत्री संग्रहालय के ब्लॉक 1 में नेहरू म्यूजियम है. इसमें पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू (former prime minister jawahar lal nehru) के जीवन से जुड़ीं जानकारियां उपलब्ध रहेंगी. प्रधानमंत्री संग्रहालय (prime minister museum) में युवाओं को सूचना आसान और रोचक तरीके से प्रस्तुत करने के लिए अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी-आधारित संचार सुविधाओं का इंतजाम किया गया है.

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करीब 271 करोड़ रुपये आई है लागत

इस संग्रहालय की लागत करीब 271 करोड़ रुपये आई है. इसे 2018 में मंजूरी मिली थी और इसे तैयार करने में करीब चार साल का समय लगा है. ये संग्रहालय नेहरू म्यूजियम परिसर (nehru museum premise) में करीब 10 हजार वर्ग मीटर जगह में बना है. संग्रहालय की बिल्डिंग उभरते भारत की कहानी से प्रेरित है. प्रधानमंत्री संग्रहालय (prime minister museum) को 10,491 वर्ग मीटर जमीन पर तैयार किया गया है.

इसे तैयार करने में एनर्जी सेविंग का विशेष ध्यान रखा गया है. इसके लिए न तो कोई पेड़ काटा गया और न ही ट्रांसप्लांट किया गया है. इसकी बिल्डिंग का लोगो भारत की जनता के हाथ में 'चक्र' है, जोकि देश और लोकतंत्र को दर्शाता है.

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