Advertisement

दो दिन में दो वीडियो, गोल्डन टेंपल में परिवार... सरेंडर करेगा या फरार होने की चाल? क्या है अमृतपाल का प्लान

अमृतपाल का परिवार दो दिन से गोल्डन टेंपल परिसर में है. पुलिस को आशंका है कि अमृतपाल गोल्डन टेंपल में सरेंडर कर सकता है. ऐसे में पुलिस ड्रोन से सर्च ऑपरेशन चला रही है. हालांकि, पुलिस अभी तक अमृतपाल का नेटवर्क तोड़ने में असफल रही है. उसने अमृतसर तक पहुंचने के लिए 48 घंटों में तीन वाहनों का इस्तेमाल किया है.

अमृतपाल सिंह अमृतपाल सिंह
मनजीत सहगल
  • अमृतसर,
  • 31 मार्च 2023,
  • अपडेटेड 11:16 AM IST

अमृतपाल सिंह पंजाब पुलिस के लिए लगातार चुनौती बनता जा रहा है.पुलिस उसे अब तक पकड़ने में नाकाम रही है, दूसरी ओर अमृतपाल रणनीति के तहत  वीडियो जारी कर खुलेआम अपने मंसूबों को बता रहा है. अमृतपाल ने दो दिन में दो वीडियो जारी किए. गुरुवार को जारी वीडियो में अमृतपाल ने कहा कि वह भगोड़ा नहीं, बल्कि बागी है. इतना ही नहीं अमृतपाल ने सरकार के खिलाफ जहर उगलते हुए कहा है कि वह हुकूमत से नहीं डरता, जिसे जो करना है, वो कर सकता है. 

Advertisement

उधर, अमृतपाल का परिवार दो दिन से गोल्डन टेंपल परिसर में है. पुलिस को आशंका है कि अमृतपाल गोल्डन टेंपल में सरेंडर कर सकता है. ऐसे में पुलिस ड्रोन से सर्च ऑपरेशन चला रही है. हालांकि, पुलिस अभी तक अमृतपाल का नेटवर्क तोड़ने में असफल रही है. उसने अमृतसर तक पहुंचने के लिए 48 घंटों में तीन वाहनों का इस्तेमाल किया है.

भारी पुलिसबल, ड्रोन से नजर...फिर भी नाकाम पुलिस

सूत्रों के मुताबिक, अमृतपाल सिंह और उसका सहयोगी पप्पलप्रीत सिंह 27 मार्च को जालंधर पहुंचे थे और नांदेड़ महाराष्ट्र से जुड़े तख्त हुजूर साहिब के एक डेरे में ठहरे हुए थे. अमृतपाल ने कथित तौर पर एक अंतरराष्ट्रीय चैनल को इंटरव्यू देने के लिए होशियारपुर पहुंचने के लिए टोयोटा इनोवा (PB 10CK 0527) गाड़ी का इस्तेमाल किया.

जब पुलिस ने अमृतपाल को पकड़ने की कोशिश की तो वह कार छोड़कर फरार हो गया. इसके बाद उसने स्विफ्ट कार का इस्तेमाल किया. पुलिस अमृतपाल की मदद करने वाले डेरे के दो लोगों को गिरफ्तार किया है. टोयोटा इनोवा कार का नंबर फर्जी पाया गया है. इतना ही नहीं पुलिस को जानकारी मिली थी अमृतपाल ने उत्तराखंड से जालंधर जाने के लिए स्कोर्पियो कार का इस्तेमाल किया था .

Advertisement

खालिस्तान की मांग, भिंडरावाले का इतिहास और अब अमृतपाल सिंह की एंट्री... जानें हर सवाल का जवाब
 
पुलिस अब स्विफ्ट कार को खोजने में जुटी है, जिससे वह होशियारपुर से फरार हुआ. पुलिस होशियारपुर में सर्च ऑपरेशन चलाने के बावजूद उसे पकड़ने में नाकाम रही. ऐसे में पुलिस ने अब ड्रोन की तैनाती की है. 

क्या है अमृतपाल का नया प्लान?

दो दिन पहले माना जा रहा था कि अमृतपाल सरेंडर कर सकता है. पहले उसने जालंधर में एक विदेशी चैनल को इंटरव्यू के बाद सरेंडर की योजना बनाई थी. लेकिन पुलिस को इसकी भनक लग गई और उसका प्लान धरा का धरा रह गया. इसके बाद उसने गोल्डन टेंपल में सरेंडर की योजना बनाई. इसके बाद मंदिर परिसर के चारों तरफ भारी पुलिसबल तैनात कर दिया गया. अमृतपाल ने इसके बाद वीडियो जारी कर अपने मंसूबे साफ कर दिए. वह बैशाखी पर सिख समुदाय की बड़ी बैठक सरबत खालसा बुलाने की भी मांग कर रहा है. ऐसे में वह अपनी गिरफ्तारी या सरेंडर को बैशाखी तक टालने की कोशिश में जुटा है. वहीं, पुलिस उसपर सरेंडर का दबाव बना रही है. 

 सूत्रों के मुताबिक, अगर अकाल तख्त अमृतपाल की मांग पर विचार करता है, तो सरबत खालसा आनंदपुर साहिब (तख्त श्री केशगढ़ साहिब) या तख्त श्री दमदमा साहिब (बटिंडा) में आयोजित किया जा सकता है. ऐसे में माना जा रहा है कि अमृतपाल बैसाखी पर आत्मसमर्पण कर सकता है. वह ऐसा करके जनसमर्थन हासिल करना चाहता है.

Advertisement

अभी कहां छिपा है अमृतपाल?

अमृतपाल पिछले 2 दिन से अमृतसर में घुसने के प्रयास में है. वह होशियारपुर से भागने के बाद अमृतसर से 10-12 किलोमीटर की दूरी पर रुका है. पुलिस बैशाखी से पहले उसे गिरफ्तार करने की फिराक में है. पुलिस और सुरक्षाबल के जवानों ने गुरुवार को अमृतसर में फ्लैगमार्च भी किया. 
 
इन तीन जगहों पर सरेंडर की थी आशंका

- अमृतपाल के पंजाब में तीन प्रमुख सिख धार्मिक स्थलों पर आत्मसमर्पण की आशंका थी. खफिया एजेंसियों ने इनपुट दिया था कि अमृतपाल अकाल तख्त और स्वर्ण मंदिर, तख्त दमदमा साहिब या आनंदपुर साहिब में समर्पण कर सकता है. इसके बाद अमृतसर, बठिंडा और रूपनगर में सुरक्षा बढ़ा दी गई.

दो दिन में दो वीडियो जारी कर बताए अपने इरादे

दूसरा वीडियो : अमृतपाल ने गुरुवार को जारी वीडियो में कहा,  वह भगोड़ा नहीं, बल्कि बागी है. भागा नहीं है. जल्द दुनिया के सामने आएगा. उसने एक बार फिर सरकार के खिलाफ जहर उगलते हुए कहा है कि वह हुकूमत से नहीं डरता है, जिसे जो करना हो वह कर सकता है. अमृतपाल ने धमकी भरे अंदाज में कहा है कि उसके साथ जो भी मारपीट करना चाहे कर सकता है, वह डरता नहीं हैं. 

अमृतपाल ने अपने परिवार से भी मजबूत रहने के लिए कहा है. उसने वीडियो में कहा, वह जिस रास्ते पर चल रहा है, वह कांटों से भरा है. अमृतपाल ने एक बार फिर अकाल तख्त के जत्थेदार से सरबत खालसा बुलाने की अपील की है. उसने कहा है, 'मैं जो वीडियो रिलीज कर रहा हूं. शायद लोगों को शक है कि मेरा वीडियो पुलिस की कस्टडी में बना है.' अमृतपाल ने कहा, उसे खुशी है कि वह कौम और अपने नौजवानों के लिए कुछ कर सका है.

Advertisement

पढ़ें : 'भगोड़ा नहीं, बागी हूं... जल्द सामने आऊंगा', अमृतपाल ने रिलीज किया नया VIDEO
 
पहला वीडियो: इससे पहले अमृतपाल ने एक दिन पहले 29 मार्च को भी वीडियो जारी किया था. इसमें उसने भारत और विदेशों में सिख समुदाय के लोगों से अन्याय के खिलाफ लड़ने का आह्वान किया था. उसने कहा था उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन पर एनएसए लगा दिया गया. यह वीडियो ब्रिटेन से जारी होने की बात सामने आई थी. जिस यूट्यूब चैनल से ये वीडियो जारी हुआ था, उसे बाद में सरकार ने बैन कर दिया था. भगोड़े अमृतपाल ने कहा था कि सिखों को एक बड़े मकसद के लिए एकजुट होना है. वीडियो में अमृतपाल सिंह ने 18 मार्च की घटना के बारे में बताया था.

अमृतपाल ने कहा था, 'देश और विदेश में जो भी सिख लोग हैं, मैं उनसे अपील करता हूं कि बैशाखी पर जो सरबत खालसा का कार्यक्रम होना है, उसमें हिस्सा लें. हमारी कौम लंबे वक्त से छोटे-छोटे मसलों पर मोर्चे खोलने में उलझी हुई है. अगर हमें पंजाब के मसलों को हल कराना है तो एकसाथ आना होगा.'

रिहा किए गए अमृतपाल के 348 समर्थक

उधर, पंजाब की भगवंत मान सरकार ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंध समिति (SGPC) के 24 घंटे के अल्टीमेटम पर जवाब दिया है. SGPC और अकाल तख्त साहिब के प्रमुख ज्ञानी हरप्रीत सिंह और हरजिंदर सिंह धामी ने राज्य और केंद्र सरकार को अमृतपाल सिंह के समर्थकों को रिहा करने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था. मान सरकार की ओर से SGPC को बताया गया कि हिरासत में लिए गए 360 लोगों में से 348 को रिहा कर दिया गया. सूत्रों के मुताबिक, सरकार ने भरोसा दिया है कि बाकी लोगों को भी जल्द रिहा कर दिया जाएगा. 

Advertisement

ISI का पिट्ठू, खालिस्तानियों का प्यादा... एक ट्रक ड्राइवर से भिंडरावाले 2.0 बनने वाले अमृतपाल की कहानी
 

कौन है अमृतपाल, पुलिस क्यों पड़ी है उसके पीछे?

अमृतपाल 'वारिस पंजाब दे'संगठन का चीफ है. वह अलग देश खालिस्तान की मांग कर रहा है. वह कुछ दिन पहले ही दुबई से लौटा है. वारिस पंजाब दे संगठन को पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू ने बनाया था. दीप सिद्धू की मौत के बाद अमृतपाल ने इसपर कब्जा कर लिया. उसने भारत आकर संगठन में लोगों को जोड़ना शुरू किया. अमृतपाल का ISI लिंक बताया जा रहा है.

अमृतपाल सबसे पहले 23 फरवरी को चर्चा में आया था. उसने अजनाला में अपने करीबी को छुड़ाने के लिए हजारों समर्थकों के साथ थाने पर हमला बोल दिया था. इस हमले में 6 पुलिसकर्मी जख्मी हुए थे. इसके बाद उसने कई टीवी चैनलों में दिए इंटरव्यू में अलग खालिस्तान की मांग की थी. इतना ही नहीं अमृतपाल ने देश के गृह मंत्री अमित शाह को भी धमकी दी थी.अमृतपाल की तुलना खालिस्तानी आतंकी भिंडरावाले से भी की जा रही है.

सरबत खालसा क्या है? 

जिस सरबत खालसा से अमृतपाल बार-बार जुटने की अपील कर रहा है, वह एक ऐसी सभा हैं, जिसमें कि कई सिख संगठन हिस्सा लेते हैं. इस दौरान पंथक संगठन आए हुए संकट का हल तलाशने के लिए चर्चा करते हैं. इसके बाद जो भी फैसला होता है, तख्त साहिब के जत्थेदार कौम को उसका पालन करने के लिए आदेश देते हैं.

क्या है सरबत खालसा जिसे अपनी ढाल बनाना चाहता है भगौड़ा अमृतपाल सिंह?

Advertisement

शहर दर शहर भागता अमृतपाल

 

 

कौन है भिंडरावाले, जिससे अमृतपाल की हो रही तुलना?

अमृतपाल को 'भिंडरावाले 2.0' कहा जाता है. भिंडरावाले की तरह ही वो खालिस्तान समर्थक है. भिंडरावाले की तरह ही नीली पगड़ी पहनता है.जरनैल सिंह भिंडरावाले 2 जून 1947 को जन्मा. 30 साल की उम्र में दमदमी-टकसाल का अध्यक्ष बना. इसके बाद पंजाब में हिंसा बढ़ गई. 1982 में उसने स्वर्ण मंदिर को अपना ठिकाना बना लिया. पंजाब में हिंसा रोकने के लिए 'ऑपरेशन ब्लू स्टार' लॉन्च किया गया. ]

क्या था ऑपरेशन ब्लू स्टार ? 

1984 में ये ऑपरेशन शुरू हुआ. 1 जून से ही सेना ने स्वर्ण मंदिर की घेराबंदी कर दी. 4 जून की शाम गोलीबारी शुरू हुई. अगले दिन सेना की बख्तरबंद गाड़ियां और टैंक स्वर्ण मंदिर पहुंच गए. 6 जून को भिंडरावाले को ढेर कर दिया गया. यही ऑपरेशन ब्लूस्टार इंदिरा गांधी की हत्या की वजह बना.

पंजाब पुलिस ने 18 मार्च को अमृतपाल पर लिया सख्त एक्शन 

पंजाब पुलिस ने 18 मार्च को अमृतपाल और उसके करीबियों पर बड़ा एक्शन लिया. इस दौरान उसके सैकड़ों समर्थक और करीबी गिरफ्तार किए गए. लेकिन अमृतपाल पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था. इसके बाद से पुलिस को उसकी तलाश है. अमृतपाल के चाचा समेत 7 करीबियों को असम की डिब्रूगढ़ जेल में रखा गया है.
 
 

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement