
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 नवंबर यानी मंगलवार को योगी सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की सौगात प्रदेश की जनता को देंगे. इस कार्यक्रम से पहले शुक्रवार को पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर बनी एयर स्ट्रिप पर ट्रायल के लिए 3 लड़ाकू विमान पहुंचे.
बताया जा रहा है कि ''टच एंड गो'' ऑपरेशन के तहत विमान उतरते ही उड़ेंगे. एक्सप्रेस-वे पर सुल्तानपुर में कुरेभार गांव के नजदीक 3.2 किलोमीटर लंबा रन-वे बनाया गया है. बताया जा रहा है कि सुखोई, मिराज, जगुआर ट्रांसपोर्ट विमान C130 J लैंड करेगा. लड़ाकू विमानों का रिहर्सल जारी है. मुख्य कार्यक्रम 16 नवंबर को होगा.
आगरा एक्सप्रेस वे पर भी लड़ाकू विमानों ने भरी थी उड़ान
2012 में अखिलेश यादव सत्ता में आए तो उन्होंने लखनऊ से आगरा के बीच 302 किमी. लंबे आगरा एक्सप्रेस-वे का निर्माण कराया. इस एक्सप्रेस-वे से लड़ाकू विमानों को उड़ाकर उन्होंने देशभर की निगाहें अपनी तरफ खींची थीं. इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण में 13,200 करोड़ रुपये की लागत आई थी.
इन शहरों से निकलेगा एक्सप्रेस वे
340.824 किमी लंबा ये एक्सप्रेस-वे पूर्वी और पश्चिमी यूपी को जोड़ेगा. एक्सप्रेस-वे लखनऊ के चांद सराय गांव से शुरू होगा. ये एक्सप्रेस वे लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ तथा गाजीपुर से होकर निकलेगा. सरकार का दावा है कि यह एक्सप्रेसवे न सिर्फ उद्योग धंधों का मार्ग प्रशस्त करेगा, बल्कि क्षेत्रीय लोगों को बड़ी संख्या में रोजगार भी उपलब्ध कराएगा.
एक्सप्रेस वे से यूपी ही नहीं बिहार के लोगों को भी मिलेगा फायदा
पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से न सिर्फ यूपी के बल्कि बिहार के लोगों को भी फायदा मिलेगा. इसके बनने के बाद अब दिल्ली से बिहार तक का सफर भी आसान हो जाएगा. दरअसल, दिल्ली से यमुना एक्सप्रेसवे के जरिए आगरा, फिर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से लखनऊ तक का सफर पूरा होगा. इसके बाद लखनऊ से पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से गाजीपुर आसानी से पहुंचा जा सकेगा. गाजीपुर से बिहार बॉर्डर की सीमा सिर्फ 20 किमी दूर है.