
बॉर्डर पर चीन की गुस्ताखियों के बीच भारत को कल यानी कि 10 सितंबर से लड़ाकू विमान राफेल की ताकत मिलने जा रही है. फ्रांस से आया अत्याधुनिक लड़ाकू विमान राफेल कल अंबाला एयरफोर्स स्टेशन में एक मेगा समारोह में भारतीय वायुसेना में औपचारिक रूप से शामिल हो जाएगा.
इस अहम मौके का गवाह बनने के लिए कई हस्तियां अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पहुंच रही हैं. इनमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, फ्रांस की सशस्त्र सेनाओं की मंत्री फ्लोरेंस पार्ले शामिल हैं. ये दोनों कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहेंगे.
सीडीएस, एयर चीफ मार्शल रहेंगे मौजूद
इनके अलावा सीडीएस विपिन रावत, एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया, रक्षा सचिव डॉ अजय कुमार, रक्षा विभाग (रिसर्च एंड डेवलपमेंट) के सचिव डॉ जी सतीश रेड्डी और डीआरडीओ के चेयरमैन शामिल रहेंगे. इनके अलावा रक्षा मंत्रालय के दूसरे अधिकारी भी यहां मौजूद रहेंगे.
17वें स्क्वाड्रन 'गोल्डन एरोज' का हिस्सा बनेगा राफेल
27 जुलाई 2020 को फ्रांस से आए 5 राफेल लड़ाकू विमान वायु सेना के 17वें स्क्वाड्रन 'गोल्डन एरोज' का हिस्सा बनेंगे. इस मौके पर फ्रांस से डिफेंस सेक्टर का एक बड़ा प्रतिनिधिमंडल भारत आ रहा है. इसमें दसॉल्ट एविशन के चेयरमैन एरिक ट्रैपियर, दसॉल्ट एविएशन के सीईओ एरिक बरनेंगर शामिल हैं.
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण
अंबाला एयरफोर्स स्टेशन में राफेल को वायुसेना में शामिल करने से पहले पारंपरिक सर्व धर्म पूजा की जाएगी. इसके बाद राफेल लड़ाकू विमान, तेजस एयरक्राफ्ट और सारंग एयरोबेटिक टीम आसमान में उड़ान भरेगा और शानदार एयर डिस्पले प्रस्तुत करेगा.
इसके बाद राफेल लड़ाकू विमानों को पारंपरिक वाटर कैनन सैल्यूट दिया जाएगा. इसी के साथ राफेल लड़ाकू विमान वायुसेना की गौरवशाली टीम का हिस्सा बन जाएगा. इस कार्यक्रम के बाद भारत और फ्रांस के प्रतिनिधिमंडल के बीच द्विपक्षीय वार्ता भी होगी.
फ्रांस से आ रहे अतिथियों की सूची में भारत में फ्रांस के राजदूत इमैन्युअल लेनैन, एयर जनरल एरिक एटुलेट, फ्रांस के वाइस चीफ ऑफ एयर स्टाफ और दूसरे वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहेंगे.