
अगले तीन महीनों में, भारतीय वायुसेना अपने 30 राफेल लड़ाकू विमानों (Rafale fighter aircraft) को अपग्रेड करना शुरू कर देगी. इस अपग्रेड से ये विमान और भी सक्षम बन जाएंगे.
भारतीय वायु सेना (IAF) की एक टीम फ्रांस में है जो RB-008 विमान में किए जा रहे बदलावों का आकलन कर रही है. इस विमान को भारतीय विशिष्ट संवर्द्धन से लैस किया गया है. विमानों में ये अपग्रेड अगले 12 से 15 महीनों में इंस्टॉल कर लिए जाएंगे.
इन अपग्रेड में उपग्रह संचार अनुकूलता (सैटेलाइट कम्यूनिकेशन कमपैटिबिलिटी), जैमर और अन्य क्षमताएं शामिल होंगी, जिससे ये दुनिया भर के सबसे अच्छे और सबसे सक्षम राफेल विमान बन जाएंगे. राफेल लड़ाकू विमान दुश्मन के वायु रक्षा तंत्र को हराने और लक्ष्यों पर हमला करने में सक्षम हैं.
भारतीय वायु सेना ने इस साल 28 जुलाई को पूर्वी वायु कमान (EAC) के वायु सेना स्टेशन हासीमारा में, नंबर 101 स्क्वाड्रन में राफेल विमान को औपचारिक तौर पर शामिल किया था. 101 राफेल विमान से लैस होने वाली दूसरी IAF स्क्वाड्रन है.
दो इंजन से लैस राफेल जेट कई तरह के मिशनों को अंजाम देने में सक्षम हैं, जैसे कि जमीन और समुद्री हमले, वायु रक्षा और वायु श्रेष्ठता, सैनिक परीक्षण और परमाणु हमले रोकना.
राफेल विमानों की आखिरी खेप अगले साल उतरेगी, और इस खेप के विमान पूरी खेप में सबसे बेहतर होंगे. बता दें कि भारत को अभी तक 30 विमान मिल चुके हैं.