Advertisement

'आज नहीं तो कल सच्चाई की जीत होती...', सजा पर रोक के बाद राहुल गांधी का पहला बयान

मोदी सरनेम केस में सुप्रीम कोर्ट से सजा पर रोक के बाद राहुल गांधी का पहला बयान सामने आया है. उन्होंने कहा, सच्चाई की जीत तो होनी ही थी. वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि आज बड़ा खुशी का दिन है. सत्यमेव जयते… सत्य की जीत हो गई. डेमोक्रेसी की जीत हो गई. 

राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिली है (फाइल फोटो) राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिली है (फाइल फोटो)
अशोक सिंघल/मौसमी सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 04 अगस्त 2023,
  • अपडेटेड 6:12 PM IST

सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने प्रेस वार्ता की. इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल, जयराम रमेश भी मौजूद रहे. इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष ने कुछ तल्ख टिप्पणियां की भी, लेकिन राहुल गांधी ने बहुत ही सपाट अंदाज में अपनी बात रखी. उन्होंने इस फैसले को सच की जीत बताया और सभी को धन्यवाद किया, जो इस परिस्थिति में उनके साथ खड़े रहे. 

Advertisement

'सत्यमेव जयते की जीत'
बता दें कि, कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस में अभिषेक मनु सिंघवी, अधीर रंजन चौधरी, केसी वेणुगोपाल, जयराम रमेश, मलिकार्जुन खड़गे शामिल हुए. खड़गे ने कहा कि आज बड़ा खुशी का दिन है. सत्यमेव जयते… सत्य की जीत हो गई. डेमोक्रेसी की जीत हो गई. 

उन्होंने कहा कि 'केवल राहुल गांधी की जीत नहीं है, सारे भारत की जनता की जीत है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत. अभी संविधान जिंदा है, न्याय मिल सकता है. यह आम लोगों का जीत है. लोक तंत्र और जनता की जीत है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यह लोकतंत्र, संविधान की जीत और सत्यमेव जयते वाले ध्येय वाक्य की जीत है. '

'अभी संविधान जिंदा है'
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि तंज कसते हुए कहा कि ऐसे कम ही मौके होते हैं कि हमारी कोई बात पॉजिटिव जाए. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला है, मैं उसका तहेदिल से स्वागत करता हूं. इस फैसले के बाद यह साबित हो गया कि अभी संविधान जिंदा है. यह फैसला इसका उदाहरण है कि अभी न्याय मिल सकता है. 
यह सिर्फ राहुल गांधी की जीत नही, जनता की जीत है. संविधान के उसूलों की जीत है. इस फैसले से देश को बहुत बड़ा फायदा हुआ है. 

Advertisement

जो सच के लिए लड़ता है, देश की मजबूती के लिए लड़ता है, युवाओं के लिए बात रखता है, महंगाई के लिए लड़ता है. लोगों को जागरूक करने के लिए कन्याकुमारी से कश्मीर तक चलकर गरीबों, बच्चों, डॉक्टर, इंजीनियर से मिलता है. उन सभी की दुआ साथ है और यह लोगों की जीत है.

'देखते हैं सदस्यता बहाली में कितना समय लेते हैं'
इसके साथ ही खड़गे ने तंज कसते हुए कहा कि, 'राहुल गांधी की सदस्यता रद्द करने में सिर्फ 24 घंटे का समय लगा. 24 घंटे में सबकुछ हुआ. उन्होंने कहा कि अब देखते हैं बहाली कितनी देर में होती है. शायद रात तक कर दें, या अभी कर दें, कितना वक्त लेते हैं, हम देखेंगे और इंतजार करेंगे. मैं इतना कहूंगा कि ये लोगों की जीत है, ये नागरिकों की जीत है, और वायनाड के लोगों की जीत है.'

राहुल गांधी ने संक्षेप में रखी अपनी बात
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे के संबोधन के बाद राहुल गांधी ने बहुत ही संक्षेप में अपनी बात रखी. उन्होंने कम शब्दो में सिर्फ इतना कहा कि 'आज नहीं तो कल, नहीं तो परसों सच की जीत होती.' जो भी हो कि मेरा रास्ता क्लियर है, मेरा क्या काम है, मुझे क्या करना है, उसके लिए मेरे दिमाग में क्लियरिटी है. इसके साथ ही जनता के सपोर्ट का बहुत-बहुत धन्यवाद करते हुए अपनी बात समाप्त की.'

Advertisement

अभिषेक मनु सिंघवी ने दिए सवालों के जवाब
प्रेस वार्ता में राहुल गांधी के बोलने के बाद अभिषेक मनु सिंघवी ने पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए. उन्होंने कहा कि लगभग 13 करोड़ लोगों का समुदाय है, राहुल गांधी ने जो बात कही थी, इनमें से कोई भी ये मानहानि डाल सकते हैं, ये मोरल turpitude है. उन्होंने कहा कि 'मैंने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि दो साल की सजा मोरल turpitude है. ये अपराध दो निजी व्यक्तियों के बीच है. केरल से कश्मीर, असम से गुजरात कोई भी शिकायत कर सकता है, लेकिन ऐसा कैसा समुदाय है कि सिर्फ भाजपा का व्यक्ति ही शिकायत करता है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement