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'भारत जोड़ो यात्रा' की कर्नाटक में एंट्री से पहले फटे राहुल गांधी के पोस्टर, कांग्रेस ने लगाया BJP पर आरोप

कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' केरल के बाद 30 सितंबर को कर्नाटक में एंट्री करने जा रही है.लेकिन इससे पहले ही यहां गुंडलुपेट एरिया में राहुल गांधी के स्वागत के लिए लगाए गए पोस्टर्स को फाड़ दिया गया है. अब इसे लेकर कांग्रेस ने BJP पर आरोप लगाए हैं.

गुंडलुपेट में फाड़े गए राहुल गांधी के पोस्टर्स गुंडलुपेट में फाड़े गए राहुल गांधी के पोस्टर्स
सगाय राज
  • बेंगलुरु,
  • 29 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 7:45 PM IST

राहुल गांधी इन दिनों कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' पर हैं. केरल के बाद अब उनकी यात्रा कर्नाटक में एंट्री करने जा रही है. यहां चामराजनगर जिले के गुंडलुपेट क्षेत्र से इस यात्रा को गुजरना है. इसलिए राहुल गांधी के स्वागत में पार्टी कार्यकर्ताओं ने यहां उनके कई पोस्टर्स लगाए हैं, लेकिन अब इनमें से अधिकतर को फाड़ दिया गया है. इसके लिए कांग्रेस की ओर से BJP को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. 

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राहुल गांधी के 40 से ज्यादा पोस्टर्स फाड़े

राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' केरल से गुजरने के बाद अब चामराजनगर जिले से कर्नाटक में एंट्री करने जा रही है. 30 सितंबर को यात्रा के राज्य में पदार्पण करने से पहले ही स्वागत के लिए लगे 40 से अधिक पोस्टर्स फाड़े जाने की खबर है. 

कांग्रेस ने लगाया BJP पर आरोप

कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी और अन्य कांग्रेसी नेताओं के पोस्टर्स फाड़े है. कांग्रेस की ओर से गुंडलुपेट इलाके से गुजरने वाले हाईवे पर इन स्वागत पोस्टर्स को लगाया गया था. यहीं से भारत जोड़ो यात्रा को निकलना है. लेकिन अब फटे हुए पोस्टर्स की तस्वीरें वायरल हो रही हैं.

इस बीच विश्राम के बाद राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' ने गुरुवार को फिर से अपना सफर शुरू कर दिया. यात्रा की दोबारा शुरुआत केरल के नीलाबंर से हुई. ये केरल में उनकी यात्रा का आखिरी दिन है. कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' 7 सितंबर से शुरू हुई है.

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कर्नाटक में Congress vs BJP

कर्नाटक में कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' सीधे तौर पर सत्तासीन बीजेपी के साथ रस्साकशी होगी. राजनीतिक विश्लेषक संदीप शास्त्री ने आजतक से बातचीत में कहा कि कांग्रेस की ये यात्रा कर्नाटक और देश मे उसकी मौजूदगी को दिखाने के लिए है. उनकी बीजेपी से सीधे लड़ाई है, वहीं कर्नाटक कांग्रेस के लिए ये और भी रोचक हो जाती है. ये एक मजबूत विपक्ष के तौर पर कांग्रेस को स्थापित करने में मदद करेगी. कर्नाटक में कांग्रेस की ये यात्रा पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष सिद्धारमैया और डी. के. शिवकुमार के लिए भी अहम होने वाली है.

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