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राहुल गांधी का वार- पेगासस से जासूसी एंटी-नेशनल, फोन में PM ने डाला हथियार

पेगासस जासूसी विवाद पर बुधवार को विपक्षी पार्टियों ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस दौरान सरकार पर निशाना साधा और कहा कि सरकार पेगासस पर चर्चा नहीं कर रही है.

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (PTI) कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (PTI)
मौसमी सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 28 जुलाई 2021,
  • अपडेटेड 2:05 PM IST
  • पेगासस विवाद पर विपक्ष की साझा प्रेस वार्ता
  • राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला बोला

पेगासस जासूसी (Pegasus Snooping) विवाद, कृषि कानून समेत कई मसलों पर संसद के दोनों सदनों में हंगामा चल रहा है. संसद (Parliament) में केंद्र सरकार को घेरने के लिए बुधवार को विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने बैठक की. इस बैठक में करीब एक दर्जन पार्टियों ने हिस्सा लिया. मीटिंग के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और अन्य विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने मीडिया को संबोधित किया.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष की आवाज़ को संसद में दबाया जा रहा है, हमारा सिर्फ यही सवाल है कि क्या देश की सरकार ने पेगासस को खरीदा या नहीं. क्या सरकार ने अपने लोगों पर पेगासस हथियार का इस्तेमाल किया या नहीं. 

राहुल गांधी ने कहा कि देश में मेरे खिलाफ, सुप्रीम कोर्ट, मीडिया और अन्य लोगों के खिलाफ पेगासस (Pegasus) के हथियार का प्रयोग किया गया. सरकार ने ऐसा क्यों किया, वह इसका जवाब दे. हम संसद को चलने से नहीं रोक रहे हैं, बल्कि अपनी आवाज़ बुलंद करना चाह रहे हैं. 

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विपक्ष की साझा प्रेस वार्ता

राहुल गांधी ने कहा कि जिस हथियार का इस्तेमाल आतंकवादियों के खिलाफ होना चाहिए था, उसका इस्तेमाल हमारे खिलाफ क्यों हो रहा है. सरकार जवाब दे कि पेगासस क्यों खरीदा गया था. 

आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही अंतरराष्ट्रीय मीडिया द्वारा खुलासा किया गया था कि भारत सरकार ने इज़रायली सॉफ्टवेयर पेगासस से कई लोगों के फोन को हैक किया है. इनमें राहुल गांधी, प्रशांत किशोर समेत कई नेता, कुछ केंद्रीय मंत्री, पत्रकार और अन्य लोगों का नाम शामिल था. 

विपक्ष की ओर से अब इस मसले पर संसद के दोनों सदनों में हंगामा किया जा रहा है. विपक्ष की मांग है कि इस विषय पर चर्चा की जाए, जबकि सरकार ने इन आरोपों को पूरी तरह से नकार दिया है. सरकार का कहना है कि मॉनसून सत्र के कामकाज को रोकने के लिए इस तरह के गलत आरोप लगाए जा रहे हैं.

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