
संसद की सुरक्षा में सेंध के मामले में कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए हैं. राहुल ने कहा कि सुरक्षा में चूक हुई है. ऐसा क्यों हुआ... क्योंकि इस देश में बेरोजगारी बड़ा मुद्दा है. उन्होंने कहा कि PM मोदी की नीतियों के कारण देश के युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है. इस घटना के पीछे का कारण बेरोजगारी और महंगाई हैं.
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि गृहमंत्री सदन में बयान देना नहीं चाहते. वह मीडिया में इस मामले पर बयान दे रहे हैं, लेकिन सदन को सुचारू रूप से चलाने के लिए सदन में नहीं बोलते हैं. साथ ही कहा कि वह कांग्रेस का नाम लेकर वोट मांगते हैं, नेहरूजी और गांधीजी को निशाना बनाकर वोट मांगते हैं.
वहीं, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी कहा था कि नौजवानों के परिवार से जब मीडिया ने बात की, तो उन्होंने बताया कि ये सभी युवा बेरोजगारी से दुखी थे. इसलिए वो सदन में कूद गए. नौकरी नहीं मिल रही थी तो गूंगी-बहरी सरकार को जगाने के लिए वो लोग सदन में कूद गए थे.
इससे पहले कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भाजपा सरकार पर वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश करने का आरोप लगाया और आश्चर्य जताया था कि गृहमंत्री सदन में बयान देने को तैयार क्यों नहीं हैं. उन्होंने यह भी कहा कि इसमें मैसूरु के भाजपा सांसद की भूमिका थी जिन्होंने घुसपैठियों को विजिटर पास उपलब्ध कराए थे. जयराम रमेश ने सवाल उठाया था कि इस मामले में उनकी क्या भूमिका है. साथ ही कहा था कि ये संसद की अवमानना है. यह संसदीय परंपराओं की अवमानना है. जब संसद का सत्र चल रहा हो तो मंत्री कभी भी गंभीर मुद्दों पर संसद के बाहर इतने बड़े बयान नहीं देते. वे संसद को विश्वास में लेते हैं.