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जब भी 'टीम राहुल' का कोई नेता कांग्रेस छोड़ता है तो सोशल मीडिया पर एक फोटो बहुत वायरल होती है. जिसमें मिलिंद देवड़ा, ज्योतिरादित्य सिंधिया, आरपीएन सिंह, जितिन प्रसाद और सचिन पायलट एकसाथ खड़े हुए हैं. सचिन पायलट को छोड़ दिया जाए तो सभी नेता कांग्रेस पार्टी से जा चुके हैं. आइए जानते हैं कि टीम राहुल से कब-कौन सा नेता छोड़कर गया है.
एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल हुए मिलिंद देवड़ा, कुछ घंटे पहले ही दिया था कांग्रेस से इस्तीफा
1- मिलिंद देवड़ा
मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा ने 14 जनवरी को कांग्रेस छोड़ने का ऐलान किया और कुछ घंटों बाद ही उन्होंने एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना ज्वाइन कर ली.
मिलिंद देवड़ा ने साल 2009 में हाई प्रोफाइल मुंबई साउथ लोकसभा सीट से चुनाव जीता था. उसके बाद 2014 और 2019 के चुनावों में उन्हें शिवसेना के अरविंद सावंत से हार मिली थी.
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2- आरपीएन सिंह
जनवरी 2022 में पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. उन्हें एक ऐसे कांग्रेसी के रूप में देखा जाता था जो 'टीम राहुल' से जुड़े हुए थे.
कुशीनगर के सैंथवार शाही परिवार के सदस्य आरपीएन सिंह 1993 में अपना पहला विधानसभा चुनाव यूपी की पडरौना सीट से हार गए थे. उन्होंने 1996, 2002 और 2007 में उत्तर प्रदेश के विधायक के रूप में पडरौना निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया.
उनके पिता सीपीएन सिंह पहले पडरौना विधायक रह चुके हैं. कुशीनगर से आरपीएन सिंह ने 2009, 2014 और 2019 में तीन बार लोकसभा का चुनाव लड़ा. हालांकि वह 2009 में केवल एक लोकसभा चुनाव जीतने में सफल रहे, जिसके बाद उन्हें मनमोहन सरकार ने मंत्री बनाया गया. साल 2014 में उन्हें कुशीनगर में बीजेपी नेता राजेश पांडे ने हराया. लेकिन 2019 के चुनाव में वो कुशीनगर सीट से तीसरे नंबर पर रहे.
3- जितिन प्रसाद
पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद 9 जून, 2021 को भाजपा में शामिल हुए. इंडिया टुडे से बात करते हुए जितिन प्रसाद ने कहा था कि वो सत्ता या पद के लिए नहीं बल्कि आदर्शों के लिए बीजेपी में आए हैं.
वह पहली बार 2004 में धौरहरा सीट से लोकसभा के लिए चुने गए और अप्रैल 2004 में इस्पात राज्य मंत्री बने. वह 2009 में लोकसभा के लिए फिर से चुने गए और मई 2009 में केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री बने.
2009 के बाद जितिन प्रसाद ने तीन चुनाव लड़े. 2014, 2019 का लोकसभा चुनाव और 2017 का विधानसभा चुनाव. उन्हें तीनों चुनावों में हार मिली. धौरहरा सीट से दोनों लोकसभा चुनाव में और तिहलर विधानसभा सीट से उनकी जमानत जब्त हो गई थी.
4- ज्योतिरादित्य सिंधिया
'टीम राहुल' के प्रमुख सदस्यों में से एक ज्योतिरादित्य सिंधिया मार्च 2020 में भाजपा में शामिल हो गए. जून 2020 में, सिंधिया राज्यसभा के लिए चुने गए. जुलाई 2021 में उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ ली. वर्तमान में वह केंद्रीय नागरिक उड्डयन और इस्पात मंत्री हैं.
2019 में गुना लोकसभा सीट से बीजेपी नेता केपी यादव ने उन्हें 1,25,000 से ज्यादा वोटों से हराया था. वह पहली साल 2022 में गुना लोकसभा सीट से उपचुनाव में सांसद चुने गए थे. उसके बाद 2004, 2009 और 2014 में भी इसी सीट से लोकसभा गए. मनमोहन सिंह सरकार में उन्हें संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (राज्य मंत्री), वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय (राज्य मंत्री) और बिजली मंत्रालय में केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया था.