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राहुल गांधी के मणिपुर दौरे से किसे “खतरा” है?

राहुल के मणिपुर दौरे का क्या असर होगा,2024 के लिए बीजेपी का प्लान,अशोक गहलोत का फोकस किन 70 सीटों पर और चंद्रयान 3 क्या नया देगा? सुनिए ‘दिन भर’ में.

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चेतना काला
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  • 29 जून 2023,
  • अपडेटेड 7:40 PM IST

आज सुबह लगभग 8 बजे कांग्रेस नेता राहुल गांधी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से मणिपुर के लिए रवाना हुए। लेकिन इंफाल में स्वागत के बाद उन्हें  बिष्णुपूर पुलिस ने आगे बढ़ने से रोक दिया।  
 
इसके बाद सभी काँग्रेस नेताओं की तरफ से अलग - अलग ट्वीट्स आने लगे. कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी केसी वेणुगोपाल ने कहा कि सड़क के दोनों तरफ लोग उनका इंतजार कर रहे थे। कांग्रेस लीडर प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट कर के पूछा कि राहुल गांधी को क्यों रोका गया?  
पुलिस का कहना था कि बिष्णुपूर से हिंसा की खबरे आ रही थी। Precaution लेते हुए उन्होंने राहुल को रोका।  हालांकि थोड़ी ही देर में फिर ख़बर आई कि राहुल गांधी सरकारी हेलिकॉप्टर से मणिपुर के चूराचांदपुर पहुंच गए. यहां रिलीफ कैंप में उन्होंने लोगों से मुलाकात की. 
 
सारे शोर के बीच इसी घटना से जुड़ी एक दूसरी खबर भी सामने आई - पड़ोसी राज्य मिजोरम से . मणिपुर से विस्थापित होने वाले लोग मिजोरम के लिए चिंता का विषय बन रहे हैं। इस हफ्ते की शुरुआत में तकरीबन 12,000 मणिपुरी लोग मिज़ोरम पहुंचे। मिजोरम के चीफ मिनिस्टर जोरमथंगा ने मई के महीने में पीएम को चिट्ठी लिख कर फाइनेंशियल सपोर्ट मांगा था लेकिन अब तक राहत पहुंची नहीं है. तो कैसी रही राहुल गांधी के दौरे के पहले दिन की तस्वीर और अब तक की अपडेट्स सुनिए ‘दिन भर’ में. 

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 कल बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मीटिंग हुई. प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी,गृह मंत्री अमित शाह से लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा तक सारे बड़े नेता इस बैठक में मौजूद थे. आने वाले पांच राज्यों के चुनाव और फिर लोकसभा चुनाव इस मीटिंग का मेन फोकस थी. बीजेपी से जुड़ी ख़बरें कवर करने वाले आजतक रेडियो रिपोर्टर हिमांशु मिश्रा के अनुसार  सुगबुगाहटें है कि इस मीटिंग के बाद कैबिनेट और संगठन में कुछ अहम बदलाव हो सकते है.इसके अलावा 2024 लोकसभा चुनावों की तैयारियों के लिहाज से पार्टी ने देश को जोन्स में बांटा है. ये है नॉर्थ, ईस्ट और साउथ जोन। जुलाई के महीने में पार्टी इन रीजंस में अलग -अलग मीटिंग्स करने वाली है। जेपी नड्डा, बीएल संतोष के साथ इन मीटिंग्स में राज्य के CM, DCM, नेशनल एक्जीक्यूटिव काउंसिल मेंबर शामिल होंगे. और क्या रहा इस मीटिंग के एजेंडे में और देश की चुनावी राजनीति में बीजेपी के लिए क्यों इम्पोर्टेंट रही ये मीटिंग? सुनिए ‘दिन भर’ में.

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 दिल्ली से जयपुर तक सियासी हलकों में हलचल एक सी ही है. जयपुर में कांग्रेस सत्ता बचाए रखना चाहती है,दिल्ली में बीजेपी.  आज दोपहर में ख़बर आई कि कांग्रेस राजस्थान की तकरीबन सत्तर विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार जल्दी घोषित करेगी. ये सीटें कौन सी हैं ये हम थोड़ी देर में पूछेंगे रिपोर्टर से लेकिन उससे पहले इस क़दम पर बात. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पिछले कुछ महीनों में कई बार ये बयान दे चुके हैं कि हमें कैंडिडेट्स अनाउंस करने में ज़्यादा देरी नयहीं करनी चाहिए ताकि तैयारी का मौक़ा मिल सके. दूसरी,राजस्थान की उस सियासी परम्परा से कांग्रेस भी वाकिफ होगी कि राज्य में एक लंबे अरसे से सरकार रिपीट नहीं होती. चुनावी रणनीति बदल कर कांग्रेस उसी परम्परा को तोड़ने की कोशिश में है. फ़िलहाल वो सीटें कौन सी हैं जहाँ कांग्रेस कैंडिडेट्स जल्दी उतारेगी और क्यों ऐसा किया जा रहा है? सुनिए ‘दिन भर’ में. 


 
 2008 में चंद्रयान 1 और 2019 में चंद्रयान 2 के बाद अब बारी है चंद्रयान 3 की। अगले महीने, यानी 13 जुलाई के दिन, इसरो चंद्रयान 3 को लॉन्च कर सकता है। ये चंद्रयान श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से उड़ान भरेगा। इसे जीएसएलवी-एमके3 रॉकेट से चंद्रमा पर भेजा जाएगा.   एक बेहद दिलचस्प बात है कि इससे पहले साल 1988 में SROSS नाम की सैटेलाइट को भी 13 जुलाई के दिन ही लॉन्च किया था। हालांकि उस वक्त वो मिशन फेल हो गया था. लेकिन चंद्रयान 3 का मिशन बहुत सी advancements के साथ हो रहा है. सुनिए पूरी खबर ‘दिन भर’ में. 

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