
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को राज्यसभा में रेल मंत्रालय के कामकाज पर हुई चर्चा का जवाब दिया. रेल मंत्री ने रेल मंत्रालय के कामकाज पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए पड़ोसी देशों के रेल यात्री किराया के साथ ही लोकोमोटिव निर्यात तक, आंकड़े गिनाए और ये जानकारी भी दी कि मोदी सरकार के 10 साल में रेलवे ने कितना रोजगार दिया है. उन्होंने नई दिल्ली स्टेशन पर महाकुंभ के दौरान हुई भगदड़ की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और ये जानकारी भी उच्च सदन में दी कि इसके बाद क्या कदम उठाए गए हैं.
अश्विनी वैष्णव ने रेलवे की वित्तीय सेहत को अच्छा बताते हुए कहा कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में 2 लाख 78 हजार करोड़ का राजस्व अर्जित हुआ और खर्च 2 लाख 75 हजार करोड़ रहा. इसमें कर्मचारी लागत 1 लाख 16 हजार करोड़ और पेंशन भुगतान पर खर्च 66 हजार करोड़ था. उन्होंने ये भी बताया कि ऊर्जा पर 32 हजार करोड़ खर्च हुए. उन्होंने यात्री किराया को लेकर उठे सवालों के जवाब में कहा कि प्रति किलोमीटर वास्तविक लागत 1.38 रुपये है लेकिन यात्रियों से 72 पैसे ही लिए जाते हैं और यात्री सब्सिडी करीब 57 हजार करोड़ है. रेल मंत्री ने पड़ोसी देश पाकिस्तान, श्रीलंका में रेल का यात्री किराया बताते हुए दावा किया कि भारत में ये सबसे कम है.
उन्होंने 2020 से रेल यात्रा किराया में कोई बदलाव नहीं होने की जानकारी सदन में दी और कहा कि 350 किलोमीटर की यात्रा को आधार मानें तो भारत में सामान्य श्रेणी का किराया 121 रुपये है. इतनी ही दूरी के लिए पाकिस्तान में 400 और श्रीलंका में 413 रुपये का किराया देना होता है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने विद्युतीकरण के कारण कार्बन उत्सर्जन के साथ ही परिवहन लागत में कमी आने की जानकारी दी और कहा कि वित्तीय वर्ष 2018-19 में डीजल के हजारों करोड़ बचे हैं. उन्होंने ये भी कहा कि भारतीय रेलवे माल ढुलाई के मामले में नंबर तीन पर पहुंच गई है और जल्दी ही 1.6 अरब टन के आंकड़े को छू जाएगी जो चीन और अमेरिका से ही कम है.
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसे हर देशवासी के लिए गौरवपूर्ण बताया और ये भी कहा कि आज ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली समेत कई देशों को रेल कोच और इंजन के साथ ही इससे संबंधित उपकरणों का निर्यात किया जा रहा है. उन्होंने बिहार के सारण स्थित मढ़ौरा रेल कोच फैक्ट्री का भी उल्लेख किया और कहा कि इसकी घोषणा लालू यादव ने की थी लेकिन काम शुरू हुआ मोदी सरकार बनने के बाद 2014 में. इस फैक्ट्री से भी सौ लोकोमोटिव बनकर तैयार हैं और जल्द ही मेड इन बिहार लोकोमोटिव दुनिया में जाएंगे. उन्होंने रेल फ्रैक्चर्स में गिरावट का दावा किया और कहा कि स्टाफ की ट्रेनिंग पर बहुत फोकस किया गया है. मानवरहित रेलवे क्रॉसिंग हटाने से भी बहुत सुधार हुआ है.
उन्होंने आरआरएस फंड से फुट मसाजर लगाए जाने को लेकर उठे सवाल पर कहा कि ये लोको पायलट्स के लिए लगाए गए हैं जो बहुत कठिन परिस्थितियों में वाइब्रेशन के बीच घंटों खड़े रहकर ड्यूटी करते हैं. ये उनके लिए लगाए गए हैं. गलत नैरेटिव सेट करने की कोशिश ना करें. इन सब कदमों की वजह से एक्सीडेंट के मामलों में कमी आई है. रेल मंत्री ने यूपीए सरकार के समय के एक्सीडेंट के आंकड़े भी गिनाए और कहा कि हर एक एक्सीडेंट के बाद हम उसकी गहराई में जाते हैं और असली वजह का पता लगाकर ये सुनिश्चित करने की कोशिश करते हैं कि ऐसा दोबारा न हो. उन्होंने ये भी कहा कि देश 1947 में देश आजाद हुआ और तब से अब तक सबका योगदान रहा है. हम भी पूरी निष्ठा के साथ दुनियाभर से नॉलेज लाने की कोशिश कर रहे हैं. निष्ठा में कोई कमी नहीं है.
सामान्य कोच का रेशियो बढ़ा
रेल मंत्री ने सदन में रोजगार के आंकड़े भी बताए और कहा कि रेलवे ने पांच लाख लोगों को रोजगार दिया है जबकि यूपीए के दौर में चार लाख लोगों को रोजगार मिला था. उन्होंने कहा कि रेलवे और डिफेंस में हम राजनीति करेंगे तो ये अच्छा नहीं है. ये देश की लाइफ लाइन हैं. रेल मंत्री ने जनरल कोच कम होने के आरोपों पर कहा कि पहले टू थर्ड और वन थर्ड का रेशियो होता था. अब ये बढ़कर 70 और 30 फीसदी का हो गया है. एसी भी बढ़ रहा है लेकिन जनरल उसके मुकाबले अधिक बढ़ रहा है. सामान्य श्रेणी के नए कोच भी बनाए जा रहे हैं.
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उन्होंने ये भी कहा कि जिस पार्टी से आता हूं, उसने हमेशा अंत्योदय की भावना से काम किया है. ये पार्टी गरीबों के लिए जीती है. अंत्योदय हमारे मूल में है और उसके लिए हम काम करते रहेंगे. रेल मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी की सरकार का एक-एक कार्यक्रम यह स्पष्ट दिखाता है कि किस तरह सरकार गरीबों के लिए समर्पित है. उन्होंने छठ से महाकुंभ और होली तक, रेलवे की ओर से की गई व्यवस्था और स्पेशल ट्रेन के परिचालन से संबंधित आंकड़े भी सदन में बताए और प्रयागराज महाकुंभ के दौरान किए गए इंतजामों की भी जानकारी भी दी.
चिह्नित किए ऐसे स्टेशन जहां आती है सीजनल भीड़
रेल मंत्री ने महाकुंभ के दौरान एक महिला ककर्मचारी के अपने छोटे बच्चे को साथ लेकर ड्यूटी करने की तस्वीर का भी उल्लेख किया और कहा कि अलग-अलग रूट्स के लिए अलग-अलग कलर कोड तय किए गए थे. उन्होंने कहा कि एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना नई दिल्ली स्टेशन पर हुई थी जिसकी जांच जारी है. अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ये महत्वपूर्ण है कि इस घटना के बाद कदम क्या उठाए गए. रेल मंत्री ने उठाए गए कदम की जानकारी देते हुए कहा कि देशभर में 16 ऐसे स्टेशन चिह्नित किए गए हैं जहां सीजनल भीड़ आती है. यहां परमानेंट इंतजाम किए जाएंगे.
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उन्होंने नैरोगेज लाइन जैसे कालका-शिमला, दार्जिलिंग की चर्चा करते हुए कहा कि इनके लिए बहुत ही सुंदर गाड़ी बनाई जा रही है. रेल मंत्री ने कहा कि सौ अमृत भारत ट्रेन बनाई जा रही है जिसमें सभी स्लीपर कोच होंगे और वंदे भारत के फीचर दिए जाएंगे. 50 नमो भारत ट्रेन बनाई जा रही है. मुंबई के लिए 230 ट्रेन बनाई जा रही है जो नए फीचर से लैस होगी. ट्रेन की टेक्नोलॉजी में भी बदलाव आ रहा है जिसकी वजह से आने वाले समय में और सुधार आएगा. उन्होंने कवच सिस्टम लगाने की प्रक्रिया की भी विस्तार से जानकारी दी और रेल ओवरब्रिज (आरओबी) पर जलजमाव को लेकर उठाए गए कदम भी गिनाए.