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बादल बरसा रहे आफत! यूपी में गिरे मकान, बिहार में 48 घंटे का अलर्ट, पंजाब में धान की फसल चौपट

देशभर में मानसून ने दोबारा दस्तक दे दी है. शहरी इलाकों में रहने वालों के लिए जहां बारिश चेहरे पर मुस्कान लेकर लौटी है. वहीं देश के बड़े हिस्से में खासकर के गांव-देहात में ये कहर बनकर बरस रही है. फसलों को नुकसान पहुंच रहा है, जबकि उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में बारिश को लेकर सरकार ने अलर्ट जारी किया है.

बारिश ने चौपट की धान की फसल (File Photo : PTI) बारिश ने चौपट की धान की फसल (File Photo : PTI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 24 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 10:30 PM IST

मानसून समय से ना बरसे तो किसान की दिक्कत, और देरी से बरसे तो उसकी आफत. जी हां, इस समय देशभर में हो रही बारिश से जहां शहरी इलाकों में रहने वालों के चेहरे पर हल्की मुस्कान दिख रही है, वहीं देश की बड़ी आबादी इससे परेशान है. गांव-देहात के इलाकों में इसने फसलों को चौपट कर दिया है. 

बिहार में 27 जिलों को अलर्ट जारी

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बिहार सरकार ने बारिश के असर को देखते हुए 27 जिलों को अगले 48 घंटे का अलर्ट जारी किया है. शनिवार को मौसम विभाग ने लोगों से अगले 48 घंटे सतर्क रहने के लिए कहा है. उनसे इस दौरान घर से बाहर नहीं निकलने और सेफ्टी का ख्याल रखने के लिए कहा गया है. बिहार में सीतामढ़ी, पटना, वैशाली, शिवहर, मुजफ्फरपुर ,नालंदा, समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, नवादा, जहानाबाद, गया, खगड़िया, शेखपुरा, लखीसराय, बेगूसराय, मुंगेर, जमुई, सहरसा, सुपौल, अररिया, मधेपुरा, पूर्णिया, किशनगंज, बांका, कटिहार और भागलपुर जिलों के लिए अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग के अलावा इन जिलों में आपदा प्रबंधन विभाग को भी अलर्ट कर दिया गया है.

बिजली गिरने गई 110 की जान

वहीं बीते दिनों आकाशीय बिजली गिरने से बिहार में 110 लोगों की जान जा चुकी है. मौसम विभाग ने साफ कहा है कि लोग बारिश के अलर्ट को हल्के में ना लें और अपनी जान की चिंता करें. पशुओं को भी सुरक्षित स्थान और बथान में रखने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं सरकार ने आकाशीय बिजली गिरने से मरने वाले लोगों के लिए मुआवजा देने की बात कही है.

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पंजाब में धान की फसल चौपट

पंजाब में भी 2 दिन से बारिश कहर बनकर बरस रही है. बात संगरूर की जाए तो, यहां कल रात से हो रही लगातार बारिश ने खेतों में खड़ी धान की फसल को चौपट कर दिया है. किसानों के लिए ये बारिश आफत से कम नहीं है. किसानों का कहना है कि वो पिछले कई महीनों से अपनी फसल की देखभाल कर रहे हैं, जब जरूरत थी तब बारिश नहीं हुई और अब ये बेमौसम पानी उनकी फसल का नुकसान कर रहा है.

किसान नाजर सिंह ने बताया कि अभी खेतों में धान की फसल पकने के लिए बिल्कुल तैयार है, लेकिन 2 दिन से बारिश हो रही है जहां खेतों में पानी खड़ा होने के चलते धान की तैयार खड़ी फसल जमीन पर गिर रही है. बारिश इस बार हमारी उम्मीदों के ऊपर पानी फेर रही है. जब तेज बारिश होती है, तो तेज हवा चलती है. इससे धान का चावल एक दूसरे से टकराता है और उसके बाद उसका रंग काला हो जाता है. इससे हमें धान को मंडी में बेचने में काफी दिक्कत होती है.

यूपी के फिरोजाबाद में बेहद बुरा हाल

यूपी के फिरोजाबाद में भी बारिश ने बेहद बुरा हाल किया हुआ है. यहां तीसरे दिन भी बारिश जारी रही, कई इलाके अभी भी जलमग्न है. बारिश की वजह से दर्जनभर से ज्यादा मकानों के क्षतिग्रस्त होने की खबर है. वहीं थाना नारखी इलाके में एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय, नगलाबीच की छत का मलबा नीचे गिर गया है. हालांकि उस वक्त स्कूल के कमरे में बच्चे नहीं थे. जिले में बरसात से क्षतिग्रस्त घरों में दबकर मरने वालों की संख्या 5 हो चुकी है. मौसम विभाग ने 25 सितंबर तक तेज बारिश होने का अंदेशा जताया है.

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देहाती इलाकों में सिरसागंज के कई गांव मुख्य रूप से उमरी सिरसाखास, उजरई में धान की फसल बेहद प्रभावित हुई है. गांव में किसानों को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है. अधिकांश खेतों में फसल की बाली आ चुकी थी, लेकिन अब फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है. वहीं कृषि अधिकारी ने बताया कि फिलहाल नुकसान का आकलन किया जा रहा है.

(सुजीत झा, बलवंत सिंह और सुधीर शर्मा की रिपोर्ट)

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