
पंजाब में सियासी तकरार को लेकर कड़ा रुख अख्तियार करने के बाद कांग्रेस आलाकमान अब राजस्थान के रण को सुलझाने के लिए एक्टिव नजर आ रहा है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत नई दिल्ली पहुंचे हैं. बुधवार की शाम कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास पर राजस्थान को लेकर बैठक भी हुई जिसमें अशोक गहलोत भी मौजूद थे.
राहुल गांधी के आवास पर हुई बैठक में राजस्थान में लंबे समय से चल रहे सियासी टकराव को खत्म कराने के लिए मंत्रिमंडल विस्तार, राजनीतिक पदों पर नियुक्तियों के साथ ही संगठन में भी बदलाव पर चर्चा हुई. सूत्रों के मुताबिक राजस्थान में 2023 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस ने अभी से ही रणनीति पर मंथन शुरू कर दिया है.
राहुल गांधी के आवास पर हुई बैठक में दो फॉर्मूले पर चर्चा हुई जिसमें सभी खेमों को एडजस्ट करने के विकल्पों पर बात हुई. सूत्रों के मुताबिक जिन दो फॉर्मूले पर चर्चा हुई, उनमें से एक फॉर्मूले के तहत अभी केवल मंत्रिमंडल विस्तार किया जाए और रिक्त पदों को भरा जाए. दूसरा फॉर्मूला ये है कि कई मंत्रियों के इस्तीफे लिए जाएं और करीब 15 नए मंत्री बनाए जाएं. इसमें सबको एडजस्ट किया जाए.
सूत्रों की मानें तो दोनों फॉर्मूले राहुल गांधी से साझा किए जाएंगे और उनकी सहमति मिलने के बाद सीएम अशोक गहलोत की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात होगी. सोनिया गांधी से अशोक गहलोत की मुलाकात के दौरान उसपर अंतिम मुहर लगेगी. सूत्रों के मुताबिक इसके बाद इस महीने ही नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है.
सूत्रों के मुताबिक राजनीतिक नियुक्तियों में कार्यकर्ताओं को तवज्जो मिलेगी. किसी भी विधायक को राजनीतिक नियुक्ति नहीं दी जाएगी. गौरतलब है कि राहुल गांधी के आवास पर हुई बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी अजय माकन, केसी वेणुगोपाल भी मौजूद थे. इससे पहले सुबह सचिन पायलट ने भी दिल्ली पहुंचकर केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की थी.
सचिन पायलट ने दोहराई थी अपनी मांग
सचिन पायलट ने कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ हुई मुलाकात के दौरान भी अपनी पुरानी मांग दोहराई. पायलट ने वेणुगोपाल से ये मांग की है कि मंत्रिमंडल का विस्तार हो और खाली मंत्री पद भरे जाएं. पायलट और वेणुगोपाल की मीटिंग में हाल के उपचुनाव में दोनों रिक्त सीटों पर कांग्रेस को मिली जीत को लेकर भी बात हुई और जीत के इस टेम्पो को बनाए रखने पर बात हुई.