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'...ये बात आप जयराम जी को भी बताइए', राज्यसभा में किस बात पर बोले सभापति जगदीप धनखड़? लगे ठहाके

संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से ही जारी हंगामे के बीच गुरुवार को राज्यसभा में ठहाकों की गूंज भी सुनाई दी. सदन में एक वक्त ऐसा भी आया जब सभापति जगदीप धनखड़ ने कांग्रेस सदस्य से कहा कि ये बात आप जयराम जी को भी बताइए. सभापति ने किस बात पर ये कहा?

राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ और कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ और कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 28 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 11:57 AM IST

संसद के शीतकालीन सत्र के शुरुआती तीन दिनों में से दो दिन की कार्यवाही अडानी समूह से जुड़े मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ चुकी है. चौथे दिन लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही वायनाड सीट से उपचुनाव में निर्वाचित प्रियंका गांधी और नांदेड़ से निर्वाचित रविंद्र चव्हाण को संसद सदस्यता की शपथ दिलाई गई. इसके बाद प्रश्नकाल की कार्यवाही विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गई. लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई. राज्यसभा में भी विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण कार्यवाही नहीं चल सकी.

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राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सभापति जगदीप धनखड़ ने सदस्यों से आज की कार्यसूची में अपने नाम के आगे दर्ज प्रपत्र सदन पटल पर रखने के लिए कहा. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने श्री चित्रा तिरुनाल इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी के लिए एक सदस्य को नामित करने का प्रस्ताव सदन में रखा.

यह प्रस्ताव पारित होने के बाद सभापति ने कहा कि नियम 267 के तहत 16 नोटिस प्राप्त हुए हैं. उन्होंने कहा कि प्रमोद तिवारी, अखिलेश प्रताप सिंह और संजय सिंह ने अडानी समूह से जुड़े विषय पर चर्चा की मांग की है. रामजीलाल सुमन, प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने संभल हिंसा पर चर्चा की मांग की है. कुछ सदस्यों ने मणिपुर हिंसा पर चर्चा की मांग की है.

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सभापति ने कहा कि कल का दिन संविधान को अंगीकार किए जाने के बाद पहला दिन था. इन्हें अनुमति नहीं दे सकता. इस पर जयराम रमेश ने कहा कि चेयर कैसे अनुमति दे सकता है, इसके जवाब में सभापति ने कहा कि चेयर नियमों के मुताबिक ही अनुमति दे सकता है. इसके बाद प्रमोद तिवारी ने पॉइंट ऑफ ऑर्डर रेज किया.

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उन्होंने कहा कि कोई सदस्य सभापति की सहमति से, सर आपके बगैर तो यहां पत्ता भी नहीं हिल सकता. इस पर सभापति ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा कि ऐसा कीजिए, ये बात आप जयराम जी को भी बताइए. जयरामजी को बताइए कि ये सभापति की सहमति से ही होता है. और मैं सहमति देने के लिए तत्पर हूं, नियमों के अनुसार. सभापति के इतना कहते ही सदन में ठहाके भी लगे.

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इस पर कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि इसीलिए तो मैं खड़ा हुआ हूं. मुझे उम्मीद है साहब आप मुझे तो दे देंगे. उम्मीद पर दुनिया कायम है. प्रमोद तिवारी ने पॉइंट ऑफ ऑर्डर रेज करने के बाद अडानी मुद्दे पर बोलना शुरू किया तो सभापति ने उन्हें टोका. सभापति ने कहा कि कुछ भी रिकॉर्ड में नहीं जाएगा. सभापति जगदीप धनखड़ ने इसके बाद सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित करने की घोषणा कर दी.

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