
कृषि कानून के मसले पर किसानों और सरकार के बीच आर-पार की जंग चल रही है. किसानों ने अपने आंदोलन को तेज करने का ऐलान किया है तो सोमवार को भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत ने फिर बड़ा आरोप लगाया. राकेश टिकैत ने कहा कि जो लोग कृषि कानून का समर्थक कर रहे हैं, उन किसानों का खाना बीजेपी के दफ्तर में बन रहा है.
आजतक पर एक चर्चा करे दौरान राकेश टिकैत ने कहा कि मेरठ-गाजियाबाद से हमारे समर्थन में जो ट्रैक्टर आ रहे हैं, उन्हें रोका जा रहा है. लेकिन दूसरे ट्रैक्टरों को जाने दिया जा रहा है. जो किसान कानून के समर्थन में आंदोलन की बात कर रहे हैं, उन्हें पैसा दिया जा रहा है और गाजियाबाद के बीजेपी दफ्तर में उनका खाना बना है.
राकेश टिकैत ने कहा कि हम एक महीने से यही चाहते हैं कि सरकार हमसे बात करे. फिक्की सभागार में किसान बैठक करने को तैयार हैं, कृषि मंत्री आएं और चर्चा कर लें.
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राकेश टिकैत बोले कि सरकार की अगर चिट्ठी मिलेगी, तो हम जवाब देंगे. हम सरकार से चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन सरकार पहले ही कह रही है कि कानून वापसी नहीं होंगे. अगर सरकार अपनी जिद पर है, तो हम भी कह रहे हैं कि कानून वापस करें.
आपको बता दें कि किसानों और सरकार के बीच वार्ता की एक और उम्मीद जगी है. सरकार ने किसानों से बातचीत का प्रस्ताव भेजा है, हालांकि ये चर्चा कब होगी अभी तय नहीं है. इस सबके बीच किसानों ने सोमवार से उपवास शुरू किया है. सोमवार को दिल्ली की पांच अलग-अलग सीमाओं पर उपवास किया जा रहा है.