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अयोध्या में कांग्रेस नेताओं की एंट्री का विरोध, लोगों ने की धक्का-मुक्की, पार्टी का झंडा भी छीना

अयोध्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की कुछ लोगों के साथ झड़प में कांग्रेस का झंडा छीन लिया गया. इससे पहले मकर संक्रांति के मौके पर कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रमुख नेताओं ने अयोध्या में राम लला के द्वार पहुंची. कांग्रेस के नेताओं ने अयोध्या में स्नान भी किया. 

कांग्रेस कार्यकर्ताओं की झड़प में झंडा छीना कांग्रेस कार्यकर्ताओं की झड़प में झंडा छीना
आशीष श्रीवास्तव
  • लखनऊ,
  • 15 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 6:19 PM IST

अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. इसे लेकर रामभक्तों के बीच देश और दुनिया में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है. ऐसे में अयोध्या में भीड़ उमड़ने लगी है. इस बीच सोमवार को जब कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ता राम मंदिर में प्रवेश करने लगे तो उनकी कुछ लोगों से झड़प हो गई. 

कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ हुई इस झड़प में कांग्रेस का झंडा छीन लिया गया. कहा जा रहा है कि अयोध्या में राम मंदिर दर्शन के वक्त ये हंगामा हुआ. कांग्रेस का झंडा लहराने को लेकर ये पूरा विवाद हुआ. आरोप है कि राम मंदिर के प्रवेश द्वार पर ही कांग्रेस कार्यकर्ता झंडा फहराने की कोशिश कर रहे थे, जिसका वहां मौजूद कुछ लोगों ने विरोध किया. इस पूरे मामले को लेकर जमकर बवाल हुआ.

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बता दें कि इससे पहले मकर संक्रांति के मौके पर कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रमुख नेताओं ने अयोध्या में राम लला के द्वार पहुंची. कांग्रेस के नेताओं ने अयोध्या में स्नान भी किया.

'कांग्रेस हाईकमान ने ठुकरा दिया था न्योता' 

बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने 22 जनवरी को प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का निमंत्रण ठुकरा दिया था. कांग्रेस नेतृत्व ने इसे बीजेपी का इवेंट बताया था और इसे 'राजनीतिक प्रोजेक्ट' करार दिया था. कांग्रेस का कहना था कि एक निजी मसला है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने बीजेपी और आरएसएस के नेताओं द्वारा 'अधूरे' मंदिर के उद्घाटन के पीछे के मकसद पर सवाल उठाए थे.

22 जनवरी को होनी है रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा

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अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा होनी है. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य यजमान के रूप में शामिल होंगे. ऐसे में केंद्र से लेकर राज्य सरकार के अधिकारी कार्यक्रम की तैयारियों में व्यस्त हैं. अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा से एक हफ्ते पहले धार्मिक कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे. प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में मेहमानों को न्योते भेजे जा रहे हैं. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट, विश्व हिंदू परिषद और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पदाधिकारियों ने बेहद सधे अंदाज में अतिथियों की लिस्ट तैयार की है.

मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का समय 12.20 बजे तय किया गया है. यानी 12 बजकर 20 मिनट पर कार्यक्रम की शुरुआत होगी. कर्मकांड की सभी विधि वाराणसी के लक्ष्मीकांत दीक्षित के द्वारा संपन्न होगी. प्राण प्रतिष्ठा की विधि कल यानी 16 जनवरी से शुरू हो जाएगी और पूजन विधि 21 जनवरी तक चलेगी. मंदिर में भगवान राम के बालरूप को स्थापित किया जाएगा.

राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष चंपत राय ने बताया कि रामलला को 18 जनवरी को गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा. मूर्ति का वजन 120 से 200 किलो तक होंगी. खड़ी प्रतिमा 5 वर्ष के बालक का स्वरुप की होगी. मसलन, 18 जनवरी को प्रतिमा आसन पर खड़ी कर जाएगी.  मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोमवार को कहा कि मैसूर स्थित अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई रामलला की एक नई मूर्ति को अयोध्या में राम मंदिर में स्थापना के लिए चुना गया है. उन्होंने कहा कि रामलला की वर्तमान मूर्ति को भी नए मंदिर के गर्भगृह में रखा जाएगा.

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