Advertisement

Ram Mandir Pran Pratishtha: 'आप सबका आभार...', पीएम मोदी ने मंदिर निर्माण के श्रमिकों पर बरसाए फूल

प्राण प्रतिष्ठा के संपन्न होने के बाद पीएम मोदी ने जो एक विशेष कार्य किया उसने एक बार फिर सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा. असल में प्राण प्रतिष्ठा के ठीक बाद पीएम मोदी राम मंदिर निर्माण में शामिल रहे कर्मियों-श्रमिकों पर फूल बरसाते दिखे. 

श्रीराम मंदिर निर्माण में शामिल श्रमिकों पर पीएम मोदी ने बरसाए फूल श्रीराम मंदिर निर्माण में शामिल श्रमिकों पर पीएम मोदी ने बरसाए फूल
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 22 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 5:10 PM IST

अयोध्या के श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा सोमवार दोपहर को संपन्न हो गई. पीएम मोदी मुख्य यजमान रहे. उन्होंने विधि-विधान से अनुष्ठान की क्रियाएं पूरी कीं. पीएम मोदी ने कमल के फूल से पूजा-अर्चना की. उसके बाद भगवान राम के बालस्वरूप के दर्शन किए. अंत में पीएम मोदी रामलला के चरणों में साष्टांग हो गए.

प्राण प्रतिष्ठा के संपन्न होने के बाद पीएम मोदी ने जो एक विशेष कार्य किया उसने एक बार फिर सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा. असल में प्राण प्रतिष्ठा के ठीक बाद पीएम मोदी राम मंदिर निर्माण में शामिल रहे कर्मियों-श्रमिकों पर फूल बरसाते दिखे. 

Advertisement

मंदिर निर्माण के श्रमिकों से मिले पीएम मोदी
सोमवार को प्राण प्रतिष्ठा के ठीक बाद पीएम मोदी राम मंदिर के निर्माण में सहायक श्रमिकों से मिले और उन पर पुष्प बरसाए. उन्होंने इस दौरान सियावरराम चंद्र की जय का उद्घोष किया. उन्होंने श्रमिकों का बार-बार आभार जताया और राम मंदिर के निर्माण के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया. बता दें कि पीएम मोदी प्राण प्रतिष्ठा से पहले 11 दिनों का अनुष्ठान रखे हुए थे. वह सोमवार को जब कार्यक्रम के मंच पर पहुंचे तो वहां उन्होंने 11 दिन का विशेष अनुष्ठान व्रत खोला. पीएम मोदी को निर्मोही अखाड़ा के स्वामी गोविंद गिरी जी महाराज ने चम्मच से जल पिलाया.

यह भी पढ़िएः 'राम भारत की प्रतिष्ठा हैं, प्रवाह हैं, आग नहीं ऊर्जा हैं...', PM मोदी ने बताया क्या-क्या हैं श्रीराम

अभिजीत मुहूर्त में हुई प्राण प्रतिष्ठा
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान गर्भगृह में पीएम नरेंद्र मोदी ने रामलला की पूजा-अर्चना की और इसके बाद मूर्ति का अनुष्ठान पूरा किया गया. प्राण प्रतिष्ठा की विधि दोपहर 12:20 बजे से शुरू हुई. मुख्य पूजा अभिजीत मुहूर्त में संपन्न हुई ये मुहूर्त काशी के विद्वान गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने निकाला था, यह कार्यक्रम पौष माह के द्वादशी तिथि (22 जनवरी 2024) को अभिजीत मुहूर्त, इंद्र योग, मृगशिरा नक्षत्र, मेष लग्न एवं वृश्चिक नवांश में संपन्न हुआ. इसके बाद पीएम मोदी ने रामलला की आरती की और इस दौरान गर्भगृह में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, संघ प्रमुख मोहन भागवत भी नजर आए. 84 सेकेंड के अद्भुत योग में बीच रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की गई.

Advertisement

राम भारत का विधान हैं, राम भारत की चेतना 
अयोध्या में मुख्य यजमान के रूप में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने राम के चरित्र की व्याख्या की. नरेंद्र मोदी ने कहा, "ये मंदिर, मात्र एक देव मंदिर नहीं है, ये भारत की दृष्टि का, भारत के दर्शन का, भारत के दिग्दर्शन का मंदिर है. ये राम के रूप में राष्ट्र चेतना का मंदिर है. राम भारत की आस्था हैं, राम भारत का आधार हैं, राम भारत का विचार हैं, राम भारत का विधान हैं, राम भारत की चेतना हैं, राम भारत का चिंतन हैं, राम भारत की प्रतिष्ठा हैं, राम भारत का प्रताप हैं, राम प्रभाव हैं, राम प्रवाह हैं, राम नेति भी हैं, राम नीति भी हैं, राम नित्यता भी हैं, राम निरंतरता भी हैं, राम व्यापक हैं, विश्व हैं, विश्वात्मा हैं इसलिए जब राम की प्रतिष्ठा होती है तो उसका प्रभाव शताब्दियों तक नहीं होता उसका प्रभाव हज़ारों वर्षों तक होता है."

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement