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'रामजीलाल सुमन को सैकड़ों लोगों से गाली दिलवा दी, हमें स्पष्टीकरण का मौका तक नहीं', रामगोपाल ने आसन पर उठाए सवाल

राणा सांगा को लेकर टिप्पणी पर विवाद के बाद रामजीलाल सुमन को मिल रही धमकियों का मुद्दा सपा सांसद प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने राज्यसभा में उठाया. उन्होंने आसन पर भी सवाल उठाए.

राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़, प्रोफेसर रामगोपाल यादव राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़, प्रोफेसर रामगोपाल यादव
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 01 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 12:53 PM IST

संसद में मंगलवार को भी राणा सांगा पर सपा सांसद रामजीलाल सुमन की टिप्पणी का मुद्दा उठा. सपा के राज्यसभा सांसद प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने सुमन की सुरक्षा का मुद्दा उठाते हुए हालिया धमकी की घटनाओं का भी जिक्र किया और कहा कि ये सोशल मीडिया पर भी हैं. उन्होंने चेयर पर सवाल उठाते हुए कहा कि हमें स्पष्टीकरण का मौका नहीं दिया. सभापति ने कहा कि इस मुद्दे पर अब डिबेट ना करें.

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दरअसल, राज्यसभा में शून्यकाल की कार्यवाही शुरू होने से पहले प्रोफेसर यादव ने ये मुद्दा उठाते हुए कहा कि शुक्रवार को नोटिस दिया था और इसके बाद भी कुछ घटनाएं हुईं. उन्होंने कहा कि कल ही अलीगढ़ के किसी व्यक्ति ने कहा कि रामजीलाल सुमन की कोई हत्या कर दे तो 25 लाख का इनाम दूंगा. मुझे मिल जाएं तो मैं ही उड़ा दूंगा. सपा सांसद प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने कहा कि रामजीलाल सुमन को ये सारी धमकियां सोशल मीडिया पर पड़ी हुई हैं. एक सांसद की सुरक्षा का सवाल है.

उन्होंने कहा कि इसलिए उनकी सुरक्षा को लेकर बात कहना चाहता था. प्रोफेसर यादव ने आसन पर सवाल उठाते हुए कहा कि किसी की सुरक्षा का मुद्दा होगा तो आप उसे गंभीरता से लेंगे नहीं. आपने इधर (सत्ता पक्ष) के सैकड़ों लोगों से रामजीलाल सुमन को गाली दिलवा दीं और यहां हमें स्पष्टीकरण का मौका तक नहीं दिया. उन्होंने कहा कि रामजीलाल सुमन को अपनी बात कहने का मौका तक नहीं दिया.

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प्रोफेसर यादव ने कहा कि नेता सदन और विपक्ष के नेता जब चाहें तब बोल सकते हैं, इस पर किसी को आपत्ति नहीं है. लेकिन अन्य लोगों ने भी जो चाहा सो कहा. इसके बाद विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सदस्य (रामगोपाल यादव) नोटिस दिए और आपने अनुमति दी. वे वरिष्ठ हैं और कभी भी बीच में उठकर, नियमों के विपरीत कभी बोलते नहीं हैं. 

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उन्होंने आगे कहा कि ऐसा व्यक्ति जब किसी सदस्य की सुरक्षा को लेकर बात करना चाहता है, जितनी जिंदगी उसकी तबाह की गई है, उसको सदन के संज्ञान में लाना चाहते हैं तो इनको (सत्ता पक्ष को) क्यों दर्द हो रहा है. उनको बोलने दो. इस पर सभापति ने कहा कि उनसे पूछ लेंगे. तिरुचि शिवा ने भी रामगोपाल यादव की ओर से उठाए गए मुद्दे का समर्थन किया और कहा कि आप सदन के संरक्षक हैं. इसी सदन के एक सदस्य की सुरक्षा का मुद्दा है.

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इस पर सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि हमने कार्यवाही से उनके बयान को एक्सपंज कर दिया था. इस मिट्टी के महान सपूत को लेकर ऐसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हर सदस्य की सुरक्षा हमारा कर्तव्य है. रामगोपाल जी वरिष्ठ सदस्य हैं. अपील है कि इस मुद्दे पर अब डिबेट ना करें. सभापति ने आगे कहा कि इस मामले को देख रहे हैं और चेयर जो ऑब्जर्वेशन करेगी, वह मान्य होगा. इस मुद्दे पर अब किसी डिबेट की जरूरत नहीं है.

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