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आंध्र प्रदेश में रिसॉर्ट पॉलिटिक्स.... मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव, YSRCP को बस से बेंगलुरु भेजने पड़े पार्षद

विशाखापत्तनम महानगर पालिका के चुनाव चार साल पहले हुए थे. वाईएसआरसीपी ने 59, टीडीपी ने 29, जन सेना ने 3, सीपीआई, सीपीएम और बीजेपी ने एक-एक सीट जीती. चार सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की.

पार्षदों को बेंगलुरू शिफ्ट किया गया. पार्षदों को बेंगलुरू शिफ्ट किया गया.
अपूर्वा जयचंद्रन
  • नई दिल्ली,
  • 25 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 1:21 PM IST

आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के बाद अब रिसॉर्ट पॉलिटिक्स का दौर शुरू हो गया है. YSRCP ने सावधानी बरतते हुए 38 पार्षदों को बेंगलुरु शिफ्ट कर दिया है. जहां YSRCP कैंप में दहशत का माहौल है, वहीं जीवीएमसी (ग्रेटर विजाग नगर निगम) पार्षदों को चरणबद्ध तरीके से बेंगलुरु भेजा जा रहा है. पार्टी पहले ही दो चरणों में कुछ पार्षदों को बेंगलुरु भेज चुकी है. अगले चरण में कई वाईएसआरसीपी पार्षदों को भेजने की तैयारी की जा रही है.

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दरअसल विशाखापत्तनम शहर की मेयर गोलागनी हरि वेंकट कुमारी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस के मद्देनजर वाईएसआरसीपी के शीर्ष नेतृत्व को हाई अलर्ट पर रखा गया है. अब तक वाईएसआरसीपी द्वारा 23 पार्षदों को बेंगलुरु भेजा जा चुका है. पार्टी आज रात कुछ और लोगों को बेंगलुरु भेजने की कोशिश में है.

अब जानिए क्या है पूरा मामला

विशाखापत्तनम महानगर पालिका के चुनाव चार साल पहले हुए थे. वाईएसआरसीपी ने 59, टीडीपी ने 29, जन सेना ने 3, सीपीआई, सीपीएम और बीजेपी ने एक-एक सीट जीती. चार सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की. 2024 के विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन ने शानदार जीत दर्ज की. कई पार्षद एनडीए गठबंधन में शामिल हो गए. इसके साथ ही परिषद में गठबंधन की ताकत अब 53 हो गई है. 

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वाईएसआरसीपी की ताकत भी घटकर 38 रह गई है. पिछले साल जुलाई में हुए स्थायी समिति के चुनाव में गठबंधन के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की थी. उसके बाद वाईएसआरसीपी नेता और मेयर गोलागानी हरिवेंकट कुमारी को पद से हटाने की कोशिश की गई. लेकिन नगर निगम अधिनियम में प्रावधान है कि अविश्वास प्रस्ताव दाखिल करने के लिए कम से कम चार साल का कार्यकाल पूरा होना चाहिए. 

18 मार्च को मेयर के तौर पर उनके चार साल पूरे हो गए. हाल ही में उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस जारी किया गया था. एहतियात के तौर पर कई वाईएसआरसीपी पार्षदों को बेंगलुरु शिफ्ट कर दिया गया है.

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