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कोरोना काल में बढ़े एंजाइटी-डिप्रेशन के केस, दिल्ली के अस्पताल की स्टडी में चौंकाने वाले आंकड़े

हॉस्पिटल के प्रवक्ता ने बताया कि मैक्स हॉस्पिटल साकेत के मेंटल हेल्थ डिपार्टमेंट ने कोरोना की पहली लहर के दौरान वेब-आधारित क्रॉस-सेक्शनल स्टडी की है. यह स्टडी कोरोना महामारी के दौरान देश के लोगों में जागरूकता, एंजाइटी और डिप्रेशन के लक्षणों को जानने के लिए ऑनलाइन स्टडी की.

प्रतीकात्मक प्रतीकात्मक
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 09 सितंबर 2021,
  • अपडेटेड 5:43 PM IST
  • मैक्स हॉस्पिटल के मेंटल हेल्थ डिपार्टमेंट ने की स्टडी
  • 1211 लोगों ने लिया सर्वे में हिस्सा

कोरोना महामारी के दौरान एंजाइटी और डिप्रेशन के केसों में काफी इजाफा हुआ है. खासकर कोरोना की पहली लहर के दौरान. यह जानकारी दिल्ली के एक प्राइवेट अस्पताल की स्टडी में सामने आया है. 

समाचार एजेंसी के मुताबिक, हॉस्पिटल के प्रवक्ता ने बताया कि मैक्स हॉस्पिटल साकेत के मेंटल हेल्थ डिपार्टमेंट ने कोरोना की पहली लहर के दौरान वेब-आधारित क्रॉस-सेक्शनल स्टडी की है. यह स्टडी कोरोना महामारी के दौरान देश के लोगों में जागरूकता, एंजाइटी और डिप्रेशन के लक्षणों को जानने के लिए ऑनलाइन स्टडी की. 
 
1211 लोगों ने लिया हिस्सा

इंटरनेशनल जर्नल ऑफ मेंटल हेल्थ सिस्टम्स में प्रकाशित स्टडी के मुताबिक, 1,211 प्रतिक्रियाएं दर्ज की गईं थीं. इनमें से 1,069 रिस्पांस का एनालिसिस किया गया. इस स्टडी के मुताबिक, 44.6% लोगों में हल्की एंजाइटी के लक्षण दिखे. वहीं, 30.1% में मध्यम एंजाइटी जबकि 25.3% लोगों में गंभीर एंजाइटी के लक्षण पाए गए. 

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लॉकडाउन के चार हफ्तों में हुआ सर्वे 

इस स्टडी के मुताबिक,  26.1% लोग हल्के डिप्रेशन, 16.7% लोग मध्यम डिप्रेशन और 3.8% लोगों में गंभीर डिप्रेशन के मानदंडों को पूरा कर रहे थे. यह डेटा लॉकडाउन के चार हफ्तों के दौरान लोगों से सेल्फ स्टडी प्रश्नावली के आधार पर तैयार किया गया. इसमें हिस्सा लेने वाले सभी लोग भारत के नागरिक थे और 18 साल से ऊपर थे. इन सभी लोगों ने कम से कम 10 साल शिक्षा प्राप्त की और इन्हें अंग्रेजी भाषा की भी सामान्य जानकारी थी.  

डॉक्टरों ने बताया कि किसी भी बड़ी मानसिक बीमारी के मौजूदा या पिछले इतिहास वाले मरीजों को इस स्टडी में शामिल नहीं किया गया था. इस स्टडी में वेब बेस्ड सर्वे को आम लोगों के बीच सर्कुलेट किया गया. इसे ईमेल, सोशल मीडिया और मैसेजिंग ऐप के जरिए कराया गया. 

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