
इंडिया टुडे के 'ऑपरेशन इलीगल' के एक्सपोज के बाद दिल्ली में आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है. एजेंडा आजतक के कार्यक्रमों में भी इस मुद्दे पर सवाल-जवाब हुए. एक तरफ दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने बांग्लादेशी घुसपैठियों पर केंद्र सरकार को घेरा, तो वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने भी उनके आरोपों पर प्रतिक्रिया दी और किसी बड़ी साजिश के आरोप लगाए. अब मुख्यमंत्री आतिशी ने भी गृह मंत्री से चार सवाल पूछे हैं.
दिल्ली सीएम आतिशी ने इंडिया टुडे के उसी 'ऑपरेशन इलीगल' का उदाहरण देते हुए कहा कि बिना रोकटोक प्रत्येक दिन हजारों की संख्या में बांग्लादेशी भारत की सीमाओं में प्रवेश कर रहे हैं. इससे पता चलता है कि किस तरह बीजेपी सीमाओं को सिक्योर करने में विफल रही है. असल में आप सरकार द्वारा लगाए जा रहे ये आरोप केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी के एक पुराने ट्वीट पर आधारित है, जिसे उन्होंने बाद में डिलीट कर दिया था. उन्होंने AAP पर फेक नैरेटिव और भ्रामक राजनीति करने का आरोप लगाया.
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सीएम आतिशी के गृह मंत्री से चार सवाल
1) क्या इन अवैध प्रवासियों को बीजेपी सरकार ने ही भारत के लोगों को अंधेरे में रखकर सुनियोजित तरीके से भारत के विभिन्न हिस्सों में पहुंचाया?
2) आपने कितने रोहिंग्याओं को दिल्ली पहुंचाया और बसाया?
3) आपने उन्हें दिल्ली में कहां बसाया?
4) बीजेपी सरकार ने दिल्ली सरकार और दिल्ली के लोगों को अंधेरे में क्यों रखा?
रोहिंग्याओं के दिल्ली पहुंचने की कहानी हैरान करने वाली!
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर यही हालात जारी रहते हैं तो क्या देश इतनी बड़ी संख्या में शरणार्थियों को शरण देने की स्थिति में है. तो इसका जवाब है ना! तो फिर बीजेपी इस अवैध शरणार्थियों को रोकने के लिए क्यों कुछ नहीं कर रही है? उन्होंने कहा कि दिल्ली न तो किसी इंटरनेशनल सीमाओं के करीब है और यहां तक बांग्लादेश सीमा से हजारों किलोमीटर की दूरी पर है.
सीएम आतिशी ने कहा कि इसलिए यह बात हैरान करने वाली है कि हमारी सीमाओं को पार करने के बाद, ये अप्रवासी कई राज्यों को पार करते हुए बिना पकड़े गए दिल्ली कैसे पहुंच गए? उन्होंने कहा कि सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने इन रोहिंग्याओं को दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में बसाया और फिर बीजेपी द्वारा नियुक्त एलजी ने दिल्ली पुलिस को रोहिंग्याओं की पहचान के लिए घर-घर जाकर सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया.
चार सवालों के साथ ही मुख्यमंत्री ने गृह मंत्रालय से उन रोहिंग्याओं की डिटेल मांगी है. उन्होंने अपनी चिट्ठी में कहा, "मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि बीजेपी सरकार द्वारा बसाए गए रोहिंग्याओं की पूरी लिस्ट उनके पते सहित दिल्ली सरकार को मुहैया कराएं." इनके अलावा पूर्व सीएम केजरीवाल ने भी कुछ सवाल पूछे हैं, "रोहिंग्या को दिल्ली कौन लाया? उन्हें दिल्ली में बीजेपी सरकार क्यों बसा रही है? और ये कि बीजेपी सरकार दिल्ली के लोगों का हक और सुविधाएं छीन कर उन्हें क्यो दे रही है?"
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केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने आरोपों का किया खंडन
अपने ट्वीट के लिए कथित रूप से टार्गेट किए जा रहे केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने प्रतिक्रिया दी और आम आदमी पार्टी और सीएम आतिशी के आरोपों का खंडन किया. उन्होंने अपने एक्स पोस्ट में कहा, "आम आदमी पार्टी अपनी भटकाव, झूठी कहानियों और अर्धसत्य की राजनीति जारी रखे हुई है. अवैध रोहिंग्या प्रवासियों के बारे में तथ्य और वास्तविक स्थिति को उसी दिन एक ट्वीट के जरिए तुरंत स्पष्ट कर दिया गया था, जिसे उन्होंने चुनिंदा तरीके से नजरअंदाज करना चुना."
केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया, "किसी भी रोहिंग्या प्रवासी को दिल्ली में सरकारी घर नहीं दिया गया है. वास्तव में, AAP के झूठे दावों के विपरीत, वे ही हैं जो दिल्ली में अवैध रोहिंग्याओं की मेजबानी करते हैं, उन्हें बड़ी संख्या में बसाते हैं, उन्हें बिजली और पानी देते हैं और उन्हें 10,000 रुपये भी देते हैं."