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नॉनवेज खाने वालों को संघ प्रमुख मोहन भागवत ने दी ये सलाह

भागवत ने कहा कि लोगों को तामसिक भोजन करने से बचना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर आप गलत खाना खाते हैं, तो आप गलत रास्ते पर चले जाएंगे. इसलिए तामसिक भोजन न करें. पश्चिम से तुलना करते हुए भागवत ने कहा कि भारत में जो लोग मीट या मछली खाते हैं, वे सावन के महीने में और हफ्ते के कुछ दिन अपनी दैनिक खाने की आदतों को छोड़ देते हैं.

मोहन भागवत मोहन भागवत
aajtak.in
  • नागपुर,
  • 30 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 10:07 AM IST

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि नॉनवेज खाने वालों को मांस खाते वक्त अनुशासन का पालन करने का प्रयास करना चाहिए. ताकि मन एकाग्र रह सके. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत नागपुर में एक कार्यक्रम में अपनी बात रख रहे थे. भागवत ने कहा कि लोगों को तामसिक भोजन करने से बचना चाहिए. 

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, भागवत ने कहा कि लोगों को तामसिक भोजन करने से बचना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर आप गलत खाना खाते हैं, तो आप गलत रास्ते पर चले जाएंगे. इसलिए तामसिक भोजन न करें. पश्चिम से तुलना करते हुए भागवत ने कहा कि भारत में जो लोग मीट या मछली खाते हैं, वे सावन के महीने में और हफ्ते के कुछ दिन अपनी दैनिक खाने की आदतों को छोड़ देते हैं. भागवत ने कहा कि लोगों को नॉन वेज खाते वक्त अनुशासन रखना चाहिए, ताकि उनका मन एकाग्र हो सके. 

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मोहन भागवत ने कहा कि लोगों को तासमिक खाना नहीं खाना चाहिए. लोगों को ऐसा भोजन भी नहीं करना चाहिए, भारत में ऐसे लोग हैं जो दुनिया में किसी और देश की तरह ही मांस खाते हैं, लेकिन हमारे देश में जो लोग मांसाहारी हैं वे भी संयम का पालन करते हैं और कुछ नियमों का पालन करते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे लोग सावन के महीने में या किसी दिन जैसे सोमवार, मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को मांस नहीं खाते. वे खुद पर कुछ नियम बनाते हैं. 

सत्य के साक्षात्कार से बना भारत- भागवत

मोहन भागवत ने कहा कि भारत के हर व्यक्ति में जो भारत की आत्मा काम करती है वो हमको बनना है. भारत का एक मन, भारत की एक बुद्धि और भारत की एक आत्मा है, भारत का आत्मस्वरूप सत्य है. भारत बना ही सत्य के साक्षात्कार से है. 

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मोहन भागवत की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब देश में नवरात्रि का त्योहार मनाया जा रहा है. नवरात्रि के वक्त देश में काफी लोग उपवास रखते हैं और खुद को मांसाहारी भोजन से दूर रखते हैं. हालांकि, भारत के कुछ हिस्सों में, जैसे कि पश्चिम बंगाल, में दुर्गा पूजा पर जानवरों की बलि दी जाती है. 


 

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