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'जिन्होंने राम की भक्ति का संकल्प लिया आज वो सत्ता में हैं...', बयान पर बवाल के बाद RSS नेता इंद्रेश कुमार का टोटल यू टर्न

इंद्रेश कुमार 13 जून को जयपुर के पास कानोता में 'रामरथ अयोध्या यात्रा दर्शन पूजन समारोह' को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने बीजेपी के संदर्भ में कहा कि जिस पार्टी ने भगवान राम की भक्ति की, लेकिन अहंकारी हो गई, उसे 241 पर रोक दिया गया. लेकिन अब उन्होंने अपने बयान पर पूरी तरह से यू-टर्न ले लिया है.

इंद्रेश कुमार ने अपने एक बयान पर सफाई दी है (फोटो- पीटीआई) इंद्रेश कुमार ने अपने एक बयान पर सफाई दी है (फोटो- पीटीआई)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 14 जून 2024,
  • अपडेटेड 11:42 PM IST

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता इंद्रेश कुमार ने अपने एक बयान पर यू-टर्न ले लिया है.उन्होंने कहा कि देश का वातावरण इस समय बहुत स्पष्ट है कि जिन्होंने राम का विरोध किया, वो सब सत्ता से बाहर हैं, लेकिन जिन्होंने राम की भक्ति का संकल्प लिया आज वो सत्ता में हैं और तीसरी बार की सरकार नरेंद्र मोदीजी के नेतृत्व में बन गई है. इंद्रेश कुमार ने कहा कि देश उनके नेतृत्व में दिन दोगुनी-रात चौगुनी तरक्की करेगा, यह विश्वास जन-जन में जागृत हुआ है और यह विश्वास फले-फूले, इसकी शुभकामना करते हैं.

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क्या कहा था RSS नेता इंद्रेश कुमार ने?

इंद्रेश कुमार 13 जून को जयपुर के पास कानोता में 'रामरथ अयोध्या यात्रा दर्शन पूजन समारोह' को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने बीजेपी के संदर्भ में कहा कि जिस पार्टी ने भगवान राम की भक्ति की, लेकिन अहंकारी हो गई, उसे 241 पर रोक दिया गया, लेकिन उसे सबसे बड़ी पार्टी बना दिया. उसे जो पूर्ण हक मिलना चाहिए, जो शक्ति मिलनी चाहिए थी, वो भगवान ने अहंकार के कारण रोक दी. 

इंद्रेश कुमार ने स्पष्ट रूप से इंडिया ब्लॉक का जिक्र करते हुए कहा कि जिनकी राम में कोई आस्था नहीं थी, उन्हें एक साथ 234 पर रोक दिया गया. सब मिलकर भी नंबर-1 नहीं बने. नंबर-2 पर खड़े रह गए. इसलिए प्रभु का न्याय विचित्र नहीं है. सत्य है. बड़ा आनंददायक है. 

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इंद्रेश कुमार के बयान के बाद गरमाई सियासत

इंद्रेश कुमार के बीजेपी और इंडिया ब्लॉक पर तंज कसे जाने के बाद सियासत गरमा गई है. बिहार सरकार में मंत्री और बीजेपी नेता नितिन नबीन ने कहा कि बीजेपी ने कभी भी राम के नाम को राजनीति से नहीं जोड़ा है. देश की सांस्कृतिक विरासत को बचाने के लिए राम जी को स्थापित किए जाने का काम किया है. उनका (इंद्रेश कुमार) संदर्भ क्या है, हम उस पर ज्यादा तो टिप्पणी नहीं करेंगे, लेकिन हम लोगों ने सांस्कृतिक विरासत को स्थापित किया है. 

JDU एमएलसी ने साधा निशाना

जेडीयू एमएलसी खालिद अनवर ने इंद्रेश कुमार के बयान पर पलटवार करते हुए कहा था कि इंद्रेश कुमार आरएसएस के बड़े नेता हैं. उनके ऊपर आतंकवाद और ट्रेन ब्लास्ट के आरोप थे. जब बीजेपी की सरकार आई तो इनको मुक्ति मिली. इन लोगों को ये सब बयान नहीं देने चाहिए. बीजेपी का अगर बुरा हाल हुआ है तो इस पर बीजेपी मंथन करेगी. इसमें आरएसएस को नहीं पड़ना चाहिए. 

कांग्रेस सांसद बोले- बीजेपी के 2 बड़े नेता अहंकारी हो गए

वहीं, कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने भी इंद्रेश कुमार के बयान पर कहा कि इंद्रेश कुमार इतने बड़े आरएसएस नेता हैं. मोहन भागवत ने भी अहंकार और मणिपुर की बात की थी. बीजेपी के 2 बड़े नेता अहंकारी हो गए हैं. आरएसएस अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकती. इन लोगों को 10 साल से नियंत्रित क्यों नहीं किया गया. चुनाव से पहले क्यों नहीं बोले कि बीजेपी वाले अहंकारी है.

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