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गांधी ने नेहरू और जिन्ना को ADC न चुना होता तो विभाजन न होता, RSS प्रचारक इंद्रेश कुमार का बयान

RSS के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार का कहना था कि अगर महात्मा गांधी ने पटेल (सरदार वल्लभ भाई पटेल) और सुभाष चंद्र बोस को अपना ADC चुना होता तो बंटवारा टाला जा सकता था. इसी फैसले की वजह से देश का बंटवारा हो गया. इंद्रेश कुमार शनिवार को जयपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.

आरएसएस प्रचारक इंद्रेश कुमार जयपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. आरएसएस प्रचारक इंद्रेश कुमार जयपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
aajtak.in
  • जयपुर,
  • 13 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 3:26 PM IST

देश में आजादी के अमृत महोत्सव के बीच राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) ने बड़ा बयान दिया है. RSS के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार ने महात्मा गांधी के एक निर्णय पर अफसोस जताया है. इंद्रेश कुमार ने नेहरू (पं. जवाहर लाल नेहरू) और जिन्ना (मोहम्मद अली जिन्ना) को ADC के रूप में चुनने के लिए महात्मा गांधी को दोषी ठहराया. उन्होंने कहा कि इसी कारण देश का विभाजन हुआ था.

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इंद्रेश कुमार का कहना था कि अगर उन्होंने पटेल (सरदार वल्लभ भाई पटेल) और सुभाष चंद्र बोस को अपना ADC चुना होता तो बंटवारा टाला जा सकता था. इंद्रेश कुमार शनिवार को जयपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.

आरएसएस के प्रचारक इंद्रेश कुमार बेबाक बयानबाजी के तौर पर जाने जाते हैं. उन्होंने हाल ही में तिरंगा यात्रा को लेकर राहुल गांधी समेत अन्य नेताओं पर हमला किया था. इंद्रेश कुमार ने कहा था कि जो लोग आरएसएस को गाली देना अपना नशीला फैशन मानते हैं उनको इस नशीले फैशन से मुक्त होना चाहिए. प्रभु से यही प्रार्थना है.

उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने भारत की नई निर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अपमान किया है. अभी सांसदों की तिरंगा यात्रा निकली, उसमें ना ज्वाइन करके उन्होंने तिरंगे का भी घोर अपमान किया है. तिरंगे को एक आदमी से जोड़कर उन्होंने महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, सारे महापुरुषों का अपमान कर दिया है. जब ये अपमान बड़ा तो एक ही रास्ता रह गया कि आरएसएस को गाली दो. इन सब नेताओं को चाहे वह ओवैसी हों, राहुल गांधी हों, आम आदमी पार्टी हो, इनको एक ही आदत है. अपने पाप और अपराध को छुपाने के लिए आरएसएस को गाली दो.

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इंद्रेश कुमार ने कहा था कि आरएसएस एक देशभक्त समाजसेवी चारित्रिक दृष्टिकोण से शुद्ध आंदोलन था. आंदोलन है और रहेगा. वो 70 साल यह कहते रहे कि बापू को आरएसएस वालों ने मारा. ये झूठ सिद्ध हुआ. ये बेबुनियाद आरोप थे. हैं और रहेंगे. खुद डॉ. हेडगेवार सत्याग्रह में रहे. हमारे घरों के बुजुर्ग भी जेलों में गए हैं. अगर पूछ लिया जाए तो 40 से 50 साल पहले क्या प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के हाथ में तिरंगा था.

हाल ही में आरएसएस के प्रचारक इंद्रेश कुमार का दिल्ली की जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी (JMI) में प्रोग्राम था, जिसका वहां छात्रों ने विरोध किया था. यूनिवर्सिटी के सेमिनार में केन्द्रीय जनजाति मंत्री अर्जुन मुंडा को भी शामिल होना था. अतिथियों में इंद्रेश कुमार का नाम भी था.

(रिपोर्ट- जयकिशन)

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