
इंडियन एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के छात्र साईं ने जॉर्जिया लीजन को ज्वाइन किया है. साईं यूक्रेन की राजधानी कीव में जॉर्जिया के नेशनल आर्मी सेंटर में युद्ध की ट्रेनिंग ले रहे हैं. तमिलनाड़ु के साईं ने इसी सप्ताह नेशनल आर्मी ट्रेनिंग सेंटर को ज्वाइन किया है. साईं का इरादा बॉर्डर पर लड़ने का है. साईं ने बताया कि वो एयरोस्पेस इंजीनियर बनने के लिए पढ़ाई कर रहे थे. अब एक लड़ाकू बनने के लिए ट्रेनिंग ले रहा है लेकिन उसे डर है कि इसकी मंजूरी उसका परिवार नहीं देगा.
उधर, जॉर्जिया के नेशनल आर्मी ट्रेनिंग सेंटर में अमेरिका के विलियम्स युद्ध की ट्रेनिंग दे रहे हैं. विलियम्स अमेरिकी युद्धा का दिग्गज रहे हैं. वे यूक्रेन आकर यहां के नागरिकों को मिलिशिया में शामिल होने और सीमा पर लड़ने की ट्रेनिंग दे रहे हैं. साथ ही सीमा पर हताहतों को वहां से निकालने की ट्रेनिंग दे रहे हैं. करीब 100 स्थानीय, ब्रिटेन और पूर्व सोवियत ब्लॉक देशों के कुछ लोग अब तक ट्रेनिंग ले चुके हैं.
उधर, यूक्रेन के सीमाओं पर भले ही तनाव का माहौल है लेकिन देश के अंदर अभी भी लोग सामान्य जीवन जी रहे हैं. कीव में कॉलेजों में दीक्षांत समारोह का आयोजन भी किया जा रहा है. लोग सामान्य रूप से सड़कों पर आ जा रहे हैं. बता दें कि यूक्रेन में करीब 18 हजार भारतीय छात्र फंसे हुए हैं. इनमें से ज्यादातर वहां मेडिकल की पढ़ाने करने गए छात्र हैं. इन लोगों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है. इसी बीच नागरिक विमानन मंत्रालय ने एक अहम फैसला लेते हुए भारत और यूक्रेन की बीच उड़ानों पर लगी पाबंदी को हटा दिया है.
रूस संग यूक्रेन की तनातनी ने पूरी दुनिया को दहशत में डाल दिया है. तीसरे विश्व युद्ध की आशंका ने कई देशों को परेशान कर दिया है. अभी भी यूक्रेन बॉर्डर पर स्थिति चिंतापूर्ण बनी हुई है. अमेरिका ने दावा कर दिया है कि रूस की तरफ से सात हजार अतिरिक्त सैनिक बॉर्डर पर तैनात कर दिए गए हैं.