
Ukraine Russia War: रूस पिछले 13 दिन से (24 फरवरी) लगातार यूक्रेन पर हमले कर रहा है. दो देशों के बीच छिड़ी इस जंग का प्रभाव पूरी दुनिया पर पड़ रहा है. जंग के बीच लाखों लोग यूक्रेन से पलायन कर चुके हैं. वहां फंसे भारतीयों को निकालने के लिए केंद्र सरकार ने ऑपरेशन गंगा (Operation Ganga) चलाया है. ऑपरेशन गंगा के तहत अब तक 17000 से ज्यादा भारतीयों की स्वदेश वापसी हो चुकी है, लेकिन भीषण जंग झेल रहे सुमी में अब भी 700 लोग फंसे हुए हैं.
भारत सरकार सुमी में फंसे भारतीयों को निकालने की कोशिश कर रही है, लेकिन रूसी गोलाबारी में यह काम मुश्किल हो रहा है. भारतीय दूतावास की ओर से जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया है कि जल्द ही सुमी में फंसे भारतीयों को पश्चिमी सीमा से पोल्टोवा के जरिए निकाला जाएगा सही समय और तारीख जल्द ही बताई जाएगी.
सुमी में चल रहा है भीषण युद्ध
रूस बार्डर से महज 60-70 किलोमीटर की दूरी पर बसे यूक्रेन के शहर सुमी में भीषण युद्ध चल रहा है और लोग अपनी जान बंचाने के लिए बंकरों में छुपे हुए हैं जिसमें भारतीय भी शामिल हैं. अब उनको वहां से आसानी से निकलने का रास्ता सीज फायर ही दिखता है. इसी बीच रूसी समाचार एजेंसी इंटरफैक्स ने रूसी अधिकारियों के हवाले से कहा है कि रूस ने संयुक्त राष्ट्र, यूरोप में सुरक्षा और सहयोग संगठन (ओएससीई) और रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति (आईसीआरसी) को कीव, मारियुपोल में मानवीय गलियारे खोलने की जानकारी दी है.
क्यों हो रही है लोगों को निकालने में परेशानी
सुमी में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने में हो रही देरी के पीछे दो प्रमुख कारण बताए जा रहे हैं. पहला कारण है भीषण युद्ध, दूसरा कारण है कड़ाके की सर्दी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुमी में तापमान जीरो से भी नीचे जा चुका है. गिरते तापमान के कारण लोगों को सुमी से बाहर निकालने में दोहरी समस्या आ रही है.
अब तक हुई 17000 से ज्यादा भारतीयों की वापसी
अधिकारियों के अनुसार भारत ने मिशन ऑपरेशन गंगा के तहत 76 उड़ानों में अपने 17,100 से अधिक नागरिकों को वापस लाया है. वहीं, सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से सुमी और दूसरे इलाकों में फंसे हुए भारतीयों को निकालने के लिए अहम बातचीत हुई है.