
भारत सरकार ने गुरुवार को संसद में बताया कि रूसी सशस्त्र बलों में 18 भारतीय नागरिक हैं, जिनमें से 16 को रूसी पक्ष द्वारा "लापता" बताया गया है. विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में 18 भारतीय नागरिकों के राज्यवार निवास की जानकारी भी शेयर की, जिसमें बताया गया कि उनमें से नौ उत्तर प्रदेश से, दो-दो पंजाब और हरियाणा से और एक-एक चंडीगढ़, महाराष्ट्र, केरल और बिहार, जम्मू और कश्मीर से हैं.
एक अन्य सवाल के जवाब में कीर्ति वर्धन सिंह ने बताया, "चल रही जंग में रूसी सेना में शामिल 12 भारतीय नागरिकों के मारे जाने की जानकारी सामने आई है." उन्होंने कहा कि हम विदेश में सभी भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और कल्याण को प्राथमिकता देते हैं और सहायता के लिए कोई भी मांग होने पर उचित कार्रवाई करते हैं.
रूस में कितने भारतीय युवा फंसे हैं?
सरकार से पूछा गया कि रूस में अभी भी कितने भारतीय युवा फंसे हुए हैं और उनकी सेना में सेवा दे रहे हैं और उन्हें वापस लाने के लिए विदेश मंत्रालय और रूस में भारतीय दूतावास ने किस तरह के कदम उठाए हैं. उन्होंने बताया कि उपलब्ध जानकारी के अनुसार, 18 भारतीय नागरिक रूसी सशस्त्र बलों में बचे हुए हैं, जिनमें से 16 व्यक्तियों के लापता होने की जानकारी रूस के द्वारा दी गई है.
उन्होंने बताया कि रूस के अधिकारियों से गुजारिश की गई है कि वे रूसी सशस्त्र बलों में बचे भारतीयों के बारे में जानकारी दें और उनकी सुरक्षा, स्वास्थ्य और शीघ्र रिहाई सुनिश्चित करें.
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केंद्रीय मंत्री ने कहा, "विदेश मंत्रालय और मॉस्को स्थित भारतीय दूतावास ने इन मुद्दों पर कई स्तरों पर संबंधित रूसी अधिकारियों के साथ बातचीत की है. रूस में भारतीय मिशन/पोस्ट ने पहले भी रूसी सशस्त्र बलों में अपनी सेवा खत्म होने के बाद भारतीय नागरिकों को भारत लौटने में सहायता की है, जिसमें यात्रा दस्तावेजों की सुविधा और जहां भी जरूरी हो हवाई टिकट उपलब्ध कराना शामिल है."
उन्होंने उन 97 भारतीय नागरिकों का राज्यवार वितरण भी साझा किया, जिनकी रूसी सशस्त्र बलों में सेवा खत्म कर दी गई है.