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जून के तीसरे हफ्ते तक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होगी स्पुतनिक: डॉ. सापरा

डॉक्टर दीपक सापरा ने आजतक से खास बातचीत में कहा कि एक चीज यहां समझनी जरुरी है कि स्पुतनिक वी भी एक कोल्ड स्टोरेज प्रोडक्ट है और इसे माइनस 18 डिग्री पर स्टोर किया जाता है और माइनस 18 डिग्री पर ही इसका ट्रांसपोटेशन भी किया जाता है.

रूसी वैक्सीन स्पुतनिक वी की शुक्रवार से हो गई शुरुआत (AP/PTI) रूसी वैक्सीन स्पुतनिक वी की शुक्रवार से हो गई शुरुआत (AP/PTI)
स्नेहा मोरदानी
  • नई दिल्ली,
  • 15 मई 2021,
  • अपडेटेड 9:48 AM IST
  • अगले कुछ हफ्तों में रूस से कुछ और खेफ आएगी
  • स्पुतनिक वी एक कोल्ड स्टोरेज प्रोडक्टः डॉ. सापरा
  • डॉ. दीपक सापरा ने सबसे पहले ली वैक्सीन की डोज

कोरोना से जंग में लड़ रहे भारत के लिए शुक्रवार का दिन बेहद अहम रहा क्योंकि देश में तीसरे वैक्सीन की शुरुआत हो गई. रूसी वैक्सीन स्पुतनिक वी की डोज भारत में लगनी शुरू हो गई है और हैदराबाद में पहली डोज लगाई गई. डॉक्टर दीपक सापरा ने सबसे पहले इसकी खुराक ली. डॉक्टर सापरा ने बताया कि जून के दूसरे-तीसरे हफ्ते तक यह भारत में काफी मात्रा में उपलब्ध हो जाएगी.

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रूसी वैक्सीन स्पुतनिक की शुरुआत आज भारत में कर दी गई, हालांकि आम लोगों को इसकी सुविधा कब से मिलेगी, इस सवाल पर डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज के एपीआई एंड सर्विसेज के सीईओ डॉक्टर दीपक सापरा ने आजतक से कहा कि स्पुतनिक वी की वैक्सीन का पहली खेफ मई में ही भारत आ चुकी है. आज भारत में कुछ लोगों को यह वैक्सीन दी गई है. इसके साथ ही इसकी शुरुआत हो गई है.

उन्होंने कहा कि वैक्सीन शुरू में जो आया उसकी 1.5 लाख की क्षमता है. ये पायलट क्वांटिटी या ट्रायल क्वांटिटी है जिसको लेकर हम अपनी सप्लाई चेन, कोल्ड चेन पर नजर रखते हैं.

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उन्होंने कहा कि हम अभी देशभर में जायजा ले रहे हैं. इसे पूरा करने के बाद अगले कुछ हफ्तों में रूस से कुछ और खेफ आने वाली है. यह मई और जून के महीने में आएंगी. मुझे उम्मीद है कि जून के दूसरे-तीसरे हफ्ते तक यह भारत में काफी मात्रा में उपलब्ध हो जाएगी, जिसमें परिणामस्वरूप में देश में कई जगह ले जा सकते हैं और इसे लॉन्च कर सकते हैं.

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भारत में निर्माण की कोशिश जारीः डॉक्टर सापरा
डॉक्टर दीपक सापरा ने आजतक से खास बातचीत में कहा कि एक चीज यहां समझनी जरुरी है कि स्पुतनिक वी भी एक कोल्ड स्टोरेज प्रोडक्ट है और इसे माइनस 18 डिग्री पर स्टोर किया जाता है और माइनस 18 डिग्री पर ही इसका ट्रांसपोटेशन भी किया जाता है. उन्होंने कहा कि जहां-जहां भी हम माइनस 18 डिग्री की कोल्ड स्टोरेज स्थापित कर पा रहे हैं पहले वहीं पर इसे मुहैया कराया जाएगा. बाकी जगहों पर भी इसे ले जाने की कोशिश कर रहे हैं जिससे अगले कुछ हफ्तों में ले जा सकें.

क्या अगले कुछ दिनों में निजी अस्पतालों और कुछ हफ्तों के बाद यह सरकारी वैक्सीनेशन सेंटर्स पर पाई जाएगी, इस पर डॉक्टर दीपक सापरा ने कहा कि हमारा उद्देश्य यह है कि हर जगह पाई जाए. इसके लिए शुरू में कुछ वैक्सीन की मात्रा रूस से आयात की जा रही है, साथ ही साथ भारत में इसे बनाने के लिए पूरा प्रयास जारी है.

स्पुतनिक वैक्सीन की कीमत हजार रुपये
इस बीच स्पुतनिक वैक्सीन की एक डोज भारत में करीब 1,000 रुपये की पड़ेगी. भारत में स्पुतनिक वैक्सीन का आयात करने वाली कंपनी डॉ. रेड्डीज लेबारेटरीज ने बताया कि इस टीके को सेंट्रल ड्रग्स लेबोरेटरीज (CDL) से जरूरी मंजूरी मिल गई है. यह वैक्सीन अगले हफ्ते बाजार में उपलब्ध हो जाएगी. इस वैक्सीन की एक डोज के लिए अधिकतम खुदरा मूल्य 948 रुपये है, जिस पर 5 फीसदी का जीएसटी लगेगा. यानी टीके की एक डोज करीब एक हजार रुपये में पड़ेगी.

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डॉ. रेड्डीज लैब ने वैक्सीन की सॉफ्ट लॉन्चिंग करते हुए शुक्रवार को हैदराबाद में एक शख्स को इसकी पहली डोज लगाई. स्पुतनिक वी के ट्विटर अकाउंट से हुए ट्वीट में बताया गया, 'भारत में स्पुतनिक वी की पहली डोज लगाई गई. इस तस्वीर में डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज के एपीआई एंड सर्विसेज के सीईओ डॉक्टर दीपक सापरा हैदराबाद में स्पुतनिक वी की डोज लेते दिख रहे हैं.'

रूसी वैक्सीन को डॉ. रेड्डीज लैब ने भारत में आयात किया है. रूस से वैक्सीन की खेप 1 मई को ही भारत पहुंच गई थी. डॉ. रेड्डीज ने बताया कि इस टीके को 13 मई को सेंट्रल ड्रग्स रेगुलेटरी, कसौली से भी मंजूरी मिल गई. 


 

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