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SAARC मीटिंग में इस बार PAK ने नहीं लगाया नक्शा, पिछली बार भारत ने किया था विरोध

सार्क देशों की बैठक में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को हिस्सा लिया. पिछली बैठक में पाकिस्तान ने एक काल्पनिक नक्शा दिखाया था, जिसका भारत ने विरोध किया था. लेकिन इस बार पाक ने ऐसा करने की हिमाकत नहीं की.

भारत की ओर से विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने लिया हिस्सा भारत की ओर से विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने लिया हिस्सा
गीता मोहन
  • नई दिल्ली,
  • 24 सितंबर 2020,
  • अपडेटेड 3:35 PM IST
  • कोरोना संकट के बीच सार्क देशों की बैठक
  • सार्क देशों के विदेश मंत्रियों के बीच मंथन

कोरोना संकट काल के बीच सबकुछ वर्चुअल हो गया है. इस बीच गुरुवार को दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) देशों के विदेश मंत्रियों बैठक हुई. बैठक में भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों ने भी हिस्सा लिया. इस बार बैठक में एक बदलाव देखने को मिला, पाकिस्तान ने इस बार बैकग्राउंड में किसी तरह का नक्शा नहीं लगाया है. पिछली बैठक में भारत ने कड़ा विरोध जताते हुए मीटिंग ही छोड़ दी थी. 

दरअसल, कोरोना संकट के बीच गुरुवार को सार्क देशों के विदेश मंत्री मिल रहे हैं. भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी इस बैठक में हिस्सा लिया. वहीं, पाकिस्तान की ओर से भी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी शामिल हुए. इस दौरान बैकग्राउंड में पाकिस्तान ने कोई नक्शा नहीं लगाया था. इस बैठक में भारत ने पाकिस्तान की ओर से किए जा रहे क्रॉस बॉर्डर आतंकवाद के मसले को उठाया. 

आपको बता दें कि बीते दिनों ही सार्क देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक हुई थी. तब पाकिस्तान की ओर से बैठक में बैकग्राउंड में एक नक्शा लगाया गया था, जिसमें भारत के कुछ हिस्सों को अपना दिखाया गया. इसका भारत ने कड़ा विरोध जताया था और बैठक से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल उठकर चले गए थे. 

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उस पूरे विवाद पर विदेश मंत्रालय ने बयान जारी किया था कि रूसी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में पाकिस्तानी सुरक्षा सलाहकार ने गलत इरादे से वह काल्पनिक मानचित्र पेश किया जो पाकिस्तान की ओर से कुछ दिन पहले आधिकारिक तौर पर जारी किया गया था. उन्होंने यह भी कहा कि यह मेजबान देश की ओर से जारी सलाह का घोर असम्मान और एससीओ चार्टर के नियमों का खुला उल्लंघन है.

अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि भारतीय पक्ष उसी समय मेजबान रूसी पक्ष से सलाह-मशविरा करके बैठक से बाहर निकल गया. यह वर्चुअल तौर बुलाई गई बैठक थी.


 

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