
लोकसभा चुनाव प्रचार के बीच नेताओं द्वारा महिला उम्मीदवारों को लेकर लगातार अभद्र टिप्पणियां सामने आ रही हैं. महिलाओं पर हो रही अभद्र बयानबाजी की शिकायतें चुनाव आयोग तक पहुंच भी रही हैं. आयोग ऐसे मामलों में लगातार नोटिस भी जारी कर रहा है. अब महिला उम्मीदवारों पर अभद्र टिप्पणियों के मामले में ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु का भी बयान सामने आया है. सद्गुरु ने आम चुनाव से पहले राजनीतिक सभाओं में महिला नेताओं के प्रति बढ़ती सेक्सिस्ट और अपमानजनक टिप्पणियों की कड़ी निंदा की है.
सद्गुरु ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर (पहले ट्विटर) पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा, “पिछले दो हफ्तों में, मैं सुन रहा हूं कि लोग महिलाओं के लिए किस तरह के शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं. कोई "रेट कार्ड" की बात कर रहा है, तो कोई 75 साल की महिला के बारे में घिनौनी बातें कह रहा है. कोई 60 साल से अधिक उम्र के राजनेता के वंश के बारे में बात कर रहा है. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस पार्टी से हैं, कृपया इन लोगों को ब्लॉक कर दें.” हाल ही में हुई ब्रेन सर्जरी के बाद यह सद्गुरु द्वारा पोस्ट किया गया पहला प्रमुख वीडियो है.
सद्गुरु ने लोगों से महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी करने वालों को सोशल मीडिया पर ब्लॉक करने को भी कहा है. ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु की अपील ऐसे समय में आई है जब लगातार विभिन्न पार्टी के राजनीतिक हस्तिओं द्वारा महिला नेताओं के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है.
सद्गुरु की अपील हाल के कई उदाहरणों के मद्देनजर आई है. हाल ही में अलग-अलग पार्टियों की राजनीतिक हस्तियों ने महिला नेताओं के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया है. सद्गुरु ने मीडिया और सोशल मीडिया प्लेटफार्म यूजर्स से अपील करते हुए कहा है कि यदि आप इस देश में नैरेटिव नहीं बदलते हैं, तो आप कुछ भी नहीं बदल सकते. उन्होंने आगे कहा, "मैं आप सभी से अनुरोध कर रहा हूं कि मीडिया, सोशल मीडिया के प्रभावशाली लोग और आप जो भी हों, सुनिश्चित करें कि ये लोग जो महिलाओं के बारे में घृणित बातें कहते हैं, उन्हें हमेशा के लिए ब्लॉक कर दिया जाए. मैं देख रहा हूं कि दो दिन बाद वे चर्चा में वापस आ रहे हैं."
जैसे-जैसे चुनाव प्रचार जोर पकड़ रहा है और मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे महिलाओं के बारे में अपमानजनक टिप्पणियों के मामले बढ़ रहे हैं. हाल ही में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला का बीजेपी नेता और मथुरा से सांसद हेमा मालिनी को लेकर विवादित टिप्पणी सामने आई थी. कांग्रेस नेता की एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी, जिसमें रणदीप सुरजेवाला सांसद पर विवादित टिप्पणी करते हुए नजर आए थे. इससे पहले कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत के सोशल मीडिया अकाउंट से हुई एक आपत्तिजनक पोस्ट और दिलीप घोष के विवादित बयान के मामले पर इलेक्शन कमीशन ने एक्शन लिया था. आयोग ने महिलाओं के सम्मान और प्रतिष्ठा के खिलाफ अपमानजनक और आक्रामक टिप्पणियों के लिए दिलीप घोष और सुप्रिया श्रीनेत को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था.