
संसद पर हमला करने वाले मनोरंजन के दोस्त साईं कृष्ण जगली को दिल्ली पुलिस ने कर्नाटक के बागलकोट जिले से उठाया है. साई कृष्णा और मनोरंजन बैंगलोर में इंजीनियरिंग के सहपाठी थे. साई कृष्णा तकनीकी विशेषज्ञ है जो बागलकोट में है और घर से काम कर रहा था. रात 10 बजे दिल्ली पुलिस ने साई कृष्णा को बागलकोट से हिरासत में लिया है और पूछताछ के लिए दिल्ली लाया गया है.
संसद की सुरक्षा में सेंध की घटना के बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा की सिक्योरिटी भी बढ़ाई जाएगी. एडीजी (सुरक्षा) रघुवीर लाल की देखरेख में एक कमेटी भी बनाई गई है. जिसने सुझाव दिया है कि विधानसभा में स्पीकर के सामने भी कांच की दीवार बनाई जाए. साथ ही साथ विधानसभा में सुरक्षा-व्यवस्था और बढ़ाई जाए. इसके अलावा यूपी विधानसभा की सुरक्षा बढ़ाने के लिए आवश्यक मेटल डिटेक्टर, स्कैनर और अन्य उपकरण ठीक किए जाएंगे.
बता दें कि बीते 13 दिसंबर को संसद पर 2001 में हुए हमले की बरसी थी. इसी दिन दो लोग जो लोकसभा की दर्शक दीर्घा में बैठे थे, वे लोक सभा चैंबर में कूद गए. इन्होंने वहां स्प्रे के जरिए धुआं फैला दिया. बाद में इन दोनों को सांसदों ने ही पकड़ लिया था. लेकिन इनके लोकसभा चैंबर में सांसदों के पास तक आने पर डर का माहौल बन गया था. सांसद समझ नहीं पाए थे कि ये क्या हुआ. सबको डर था कि इन लोगों के पास कोई बम, किसी तरह का खतरनाक पदार्थ तो नहीं है.
इसी वक्त पर संसद के बाहर एक लड़के और एक लड़की ने स्प्रे अटैक किया था. वहां भी हर तरफ धुआं ही धुआं दिखा. हमला करने वाली लड़की की पहचान हरियाणा के नीलम के रूप में हुई. वह पकड़े जाने के बाद 'तानाशाही नहीं चलेगी' के नारे लगा रही थी. घटना होने के तुरंत बाद पुलिस एक्शन में आ गई थी. बुधवार शाम तक पांच लोग पकड़ लिए गए थे. इस पूरे घटनाक्रम के आरोपी अलग-अलग राज्यों के रहने वाले हैं.
सागर शर्मा उत्तर प्रदेश के लखनऊ से, मनोरंजन डी कर्नाटक के मैसूर से, नीलम हरियाणा के जींद जिले के गांव घासो खुर्द से बताई गई है. अमोल शिंदे लातूर (महाराष्ट्र) और इसके अलावा, एक्पोर्ट कंपनी में ड्राइवर विशाल शर्मा और ललित झा हरियाणा के हैं. सभी आरोपी तकरीबन डेढ़ साल पहले मैसूर में मिले थे. 9 महीने बाद सभी एक बार फिर मिले और तब ही संसद में अराजकता फैलाने का प्लान बनाया था.