Advertisement

'क्या बृज भूषण का करीबी होना अपराध है...', साक्षी मलिक के आरोपों पर बोले WFI के नए चीफ संजय सिंह

पहलवान साक्षी मलिक के कुश्ती छोड़ने पर WFI के नवनिर्वाचित अध्यक्ष संजय सिंह का कहना है, "जो लोग एथलीट हैं उन्होंने तैयारी शुरू कर दी है और जो लोग राजनीति में आना चाहते हैं वे ऐसा कर सकते हैं. यह उनका निजी मामला है, मैं इस बारे में नहीं बोलूंगा." मैं 12 साल से महासंघ में हूं.

WFI के नवनिर्वाचित प्रेसिडेंट संजय सिंह और पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह WFI के नवनिर्वाचित प्रेसिडेंट संजय सिंह और पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 23 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 9:08 PM IST

WFI में बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह के जीतने के बाद विरोध का सिलसिला जारी है. महिला पहलवान साक्षी मलिक के कुश्ती त्यागने के फैसले के बाद शुक्रवार को पहलवान बजरंग पूनिया ने पदक वापसी की घोषणा की थी. अब इस मामले में और भी खिलाड़ी जुटने लगे हैं तो वहीं, कुछ पूर्व रेसलर्स ने पहलवानों को करियर पर फोकस करने के लिए कहा है. इसी बीच, WFI के नवनिर्वाचित अध्यक्ष संजय सिंह ने भी अपनी बात कही है. उन्होंने कहा कि, अगर मैं उनके (बृज भूषण शरण सिंह) करीब हूं तो क्या यह अपराध है?

Advertisement

जो एथलीट हैं वे तैयारी में जुटेः संजय सिंह
पहलवान साक्षी मलिक के कुश्ती छोड़ने पर WFI के नवनिर्वाचित अध्यक्ष संजय सिंह का कहना है, "जो लोग एथलीट हैं उन्होंने तैयारी शुरू कर दी है और जो लोग राजनीति में आना चाहते हैं वे ऐसा कर सकते हैं. यह उनका निजी मामला है, मैं इस बारे में नहीं बोलूंगा." मैं 12 साल से महासंघ में हूं. सिर्फ इसलिए कि मैं सांसद (बृज भूषण सिंह) का करीबी हूं इसका मतलब यह नहीं है कि मैं एक डमी उम्मीदवार हूं. अगर मैं उनके करीब हूं तो क्या यह अपराध है?...''

पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण ने कही ये बात
वहीं, WFI के पूर्व प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह का कहना है, "कुछ मुद्दों के कारण, देश में राष्ट्रीय या राज्य स्तरीय कुश्ती प्रतियोगिताएं 11 महीने के लिए रुकी हुई थीं. हमने 28 दिसंबर से 31 दिसंबर तक अंडर-15 और अंडर-20 कुश्ती प्रतियोगिताएं आयोजित करने की घोषणा की है." अगर ये टूर्नामेंट 31 दिसंबर के अंदर आयोजित नहीं हुए तो पहलवानों का पूरा एक साल प्रभावित होगा.''

Advertisement

साक्षी मलिक ने चुनाव परिणाम आने के बाद किया था कुश्ती का त्याग
बता दें कि गुरुवार शाम को कुश्ती का त्याग करते हुए साक्षी ने कहा था कि, हम 40 दिनों तक सड़कों पर सोए और देश के कई हिस्सों से बहुत सारे लोग हमारा समर्थन करने आए. बूढ़ी महिलाएं आईं. ऐसे लोग भी आए, जिनके पास खाने-कमाने के लिए नहीं है. हम नहीं जीत पाए, लेकिन आप सभी का धन्यवाद. उन्होंने कहा कि हमने पूरे दिल से लड़ाई लड़ी, लेकिन WFI का अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का बिजनेस पार्टनर और करीबी सहयोगी संजय सिंह चुना जाता है तो मैं अपनी कुश्ती को त्यागती हूं. इस दौरान साक्षी ने अपने जूते उठाकर मेज पर रख दिए.

सामने आई थी बृज भूषण शरण सिंह की प्रतिक्रिया
उधर, साक्षी मलिक के इस ऐलान के बाद पत्रकारों ने WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह से उनकी प्रतिक्रिया जाननी चाही थी, तो उन्होंने पत्रकारों को सीधा जवाब न देते हुए कहा था, 'उससे मेरे को क्या लेना-देना भाई... इसके बाद वह भीड़ के बीच से निकल कर चले गए थे. बता दें कि, बृजभूषण शरण सिंह ने चुनाव से पहले ही ऐलान किया था कि संजय सिंह ही जीतेंगे.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement