
अजमेर दरगाह का खादिम सलमान चिश्ती को कोर्ट ने दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. अब पुलिस उससे पूछताछ करेगी. इससे पहले दोपहर में सलमान को पुलिस जज के घर लेकर पहुंची. यहां उसकी पेशी हुई और मामले की सुनवाई की गई. पुलिस को आशंका थी कि वकीलों की नाराजगी की वजह से सलमान को निशाना बनाया जा सकता है. दो दिन पहले ही जयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड के आरोपियों की भीड़ ने पिटाई कर दी थी.
बता दें कि दरगाह का खादिम और हिस्ट्रीशीटर सलमान चिश्ती को पुलिस ने देर रात खादिम मोहल्ला स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया था. आरोपी सलमान चिश्ती वीडियो वायरल होने के बाद से फरार चल रहा था, जिसकी तलाश में पुलिस ने कई टीमें गठित की थी.
गहलोत की पुलिस बचाने में लगी: अमित मालवीय
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने ट्वीट किया है और कहा कि इस वीडियो में अशोक गहलोत की पुलिस सलमान चिश्ती को नुपुर शर्मा का सिर कलम का वीडियो जारी करने पर यह सिखाती है कि उसने नशे की हालत में बयान दिया था, ताकि उसे (सलमान) बचाया जा सके. क्या कांग्रेस के शासन में हिंदू जीवन मायने रखता है? राजस्थान पुलिस उदयपुर की घटना को भी टाल सकती थी.
आतंकियों को संरक्षण देती है कांग्रेस: राज्यवर्धन सिंह
बीजेपी सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने भी गहलोत सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि हिंदू विरोधी कांग्रेस जेहादी तत्वों और आतंकी विचारधारा को ऐसे ही संरक्षण देती है और बचाती है. आतंक फैलाने के लिए हत्या की धमकी देने वाले अजमेर दरगाह के खादिम को पुलिस सिखा रही कि कैसे बचना है. यह ऊपर से आदेश के बिना संभव नहीं. जिहादी हिंसा और हत्या की जिम्मेदार कांग्रेस सरकार है.
नशे के बारे में पूछा जा रहा है: गहलोत के मंत्री
वहीं, अमित मालवीय के दावे को गहलोत के मंत्री प्रताप सिंह खचरियावास ने नकार दिया है. उन्होंने कहा कि मालवीय जो दावा कर रहे हैं वह वीडियो में नहीं कहा जा रहा है. सलमान चिश्ती से पूछा जा रहा था कि उन्होंने नशे में क्या लिया था. मालवीय को नूपुर शर्मा के बारे में जवाब देना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट पर दबाव बनाने की क्यों कोशिश हो रही है?
सलमान पर 13 केस, इनमें हत्या का मामला शामिल
एडिशनल एसपी विकास सांगवान ने बताया था कि सलमान चिश्ती ने नूपुर शर्मा के संबंध में आपत्तिजनक और भ्रामक बयान वाला वीडियो वायरल किया था. इसी मामले में उसकी गिरफ्तारी की गई है. पुलिस ने ये भी बताया है कि सलमान पहले से आपराधिक प्रवत्ति का रहा है. उसके खिलाफ पहले से ही 13 अपराधिक केस विभिन्न थानों में दर्ज हैं. इनमें हत्या के मामले भी शामिल हैं. एक मामले में आरोपी को सजा भी सुनाई जा चुकी है.
बताया जा रहा है कि वीडियो बनाते समय आरोपी नशे की हालत में था, लेकिन वीडियो बनाने में अभी तक उसकी मदद करने में किसी का नाम सामने नहीं आया है. फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ करने में जुटी है.