
उद्धव ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को लेकर बड़ा दावा किया है. राउत ने कहा कि अगर प्रियंका गांधी पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ती हैं, तो उनकी जीत तय है. दरअसल, पीएम मोदी वाराणसी से 2014 से सांसद हैं.
इतना ही नहीं संजय राउत ने न सिर्फ वाराणसी से प्रियंका गांधी की जीत की भविष्यवाणी की, बल्कि अमेठी-रायबरेली में भी लोकसभा चुनाव में बीजेपी के लिए कड़ा मुकाबला बताया. संजय राउत का ये बयान ऐसे वक्त पर आया, जब एक दिन पहले ही प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा ने अपनी पत्नी की तारीफ करते हुए कहा है कि उनमें एक सांसद होने की सारी योग्यताएं हैं.
प्रियंका को संसद में होना चाहिए- रॉबर्ट वाड्रा
रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि प्रियंका गांधी को संसद में होना चाहिए वह बहुत अच्छा काम करेंगी. उन्होंने आगे कहा,'अगर वो संसद जाती हैं तो मुझे खुशी होगी. उम्मीद करता हूं कि कांग्रेस पार्टी उन्हें स्वीकार करेगी और उनके लिए बढ़िया योजना तैयार करेगी.
प्रियंका को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी
अगले साल मई में लोकसभा चुनाव होने हैं. इससे पहले कांग्रेस प्रियंका गांधी को बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकती है. माना जा रहा है कि प्रियंका गांधी अगला लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं. उन्होंने हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में प्रियंका गांधी ने चुनाव प्रचार का नेतृत्व किया था, दोनों ही राज्यों में कांग्रेस को जीत मिली. माना जा रहा है कि प्रियंका गांधी जल्द ही बड़ी भूमिका में नजर आ सकती हैं. इससे पहले उन्हें यूपी का प्रभारी बनाया गया था. हालांकि, राज्य में मिली हार के बाद उन्होंने हिमाचल और कर्नाटक का रुख किया.
सूत्रों की मानें तो कई विकल्पों पर विचार चल रहा है, जिसमें प्रियंका को महासचिव या कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त करने की भी संभावना है.हालांकि प्रियंका गांधी पहले से ही चुनावी राज्य तेलंगाना और मध्य प्रदेश में कांग्रेस के अभियानों की अगुवाई कर रही हैं. इसलिए चुनाव प्रभारी महासचिव के रूप में उनके लिए एक नई भूमिका भी तय की जा सकती है.
वाराणसी में कैसे रहे 2014 और 2019 के नतीजे
2014 लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी वाराणसी से मैदान में उतरे थे. उनके खिलाफ अरविंद केजरीवाल ने चुनाव लड़ा था. जबकि कांग्रेस ने अजय राय, बसपा ने विजय प्रकाश जायसवाल, सपा ने कैलाश चौरसिया को टिकट दिया था. मोदी को 56.4% यानी 581,022 वोट मिले थे. जबकि केजरीवाल को 20.3% यानी 209,238 वोट मिले थे. जबकि अजय राय को 75,614, विजय प्रकाश को 60,579 , जबकि कैलाश चौरसिया को 45,291 वोट मिले थे.
वहीं, 2019 में पीएम मोदी के खिलाफ सपा ने शालिनी यादव तो कांग्रेस ने अजय राय को चुनाव मैदान में उतारा था. जबकि सुहैलदेव भारतीय समाज पार्टी से सुरेंद्र राजभर मैदान में थे. पीएम मोदी को 63.6% के साथ 674,664 वोट मिले थे, जबकि शालिनी यादव को 18.4% यानी 195,159 वोट मिले थे. अजय राय 152,548 वोट हासिल करने में सफल रहे थे.