
सावरकर और टीपू सुल्तान के होर्डिंग लगाने को लेकर कर्नाटक के शिमोगा में शुरू हुआ विवाद अब दूसरे शहरों में भी फैलने लगा है. तुमकुर में भी अब ऐसी ही एक घटना सामने आई है. यहां मंगलवार को लोगों के एक समूह ने विनायक दामोदर सावरकर का पोस्टर फाड़ दिया. दरअसल, सावरकर का पोस्टर स्वतंत्रता दिवस समारोह के उपलक्ष्य में लगाया गया था.
इससे पहले सोमवार को स्वतंत्रता दिवस पर सावरकर और टीपू सुल्तान की होर्डिंग लगाने को लेकर शिमोगा में दो गुटों में विवाद हो गया था. इसके बाद पुलिस को टकराव की स्थिति को रोकने के लिए धारा 144 लगानी पड़ी थी. मामला शिमोगा के आमिर अहमद सर्किल का था.
पुलिस के मुताबिक, आमिर अहमद सर्किल पर एक गुट लाइट के खंभे पर सावरकर की होर्डिंग लगाना चाहता था. वहीं दूसरा गुट इस पर मैसूर के शासक टीपू सुल्तान की फोटो लगाना चाहता था. इसे लेकर दोनों गुट भिड़ गए थे.
इसके बाद इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया था. वहीं, धारा 144 भी लागू कर दी गई थी. इस झड़प के बाद शाम को एक युवक प्रेम सिंह पर कुछ लोगों ने चाकू से हमला कर दिया था. प्रेम सिंह उस वक्त अपनी दुकान बंद कर घर लौट रहे थे.
हालांकि, इस मामले में अभी यह पता नहीं चला पाया है कि दो गुटों में झड़प का संबंध युवक पर हमले से है, या नहीं. पुलिस ने इस मामले में सेक्शन 307 के तहत नदीम, तनवीर, मोहम्मद जबी और अब्दुल रहमान के खिलाफ मामला दर्ज किया था.
एडीजी लॉ आलोक कुमार ने बताया कि पीड़ित राजस्थान का रहने वाला है. वह यहां एक कपड़े की दुकान पर काम करता है. यह दुकान उसी इलाके में हैं, जहां झड़प हुई थी. हालांकि, यह युवक झड़प में शामिल नहीं था.
एडीजी ने बताया कि चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस यह जांच कर रही है कि इन आरोपियों का क्या बैकग्राउंड है और इनकी विचारधारा क्या है? एडीजी ने बताया कि इलाके में अगले तीन दिन तक पुलिस बल तैनात करने और गश्त करने का फैसला किया गया है.
(रिपोर्ट: सगय राज)