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सावन का पहला सोमवार कल, काशी में 5 लाख भक्त बाबा विश्वनाथ का करेंगे जलाभिषेक

काशी विश्वनाथ धाम बन जाने के बाद यह पहला सावन का माह है. पिछले दो साल से कावड़ यात्रा भी बंद थी, इसलिए मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं. मंदिर में आसानी से प्रवेश के लिए सभी रास्तों पर सुगमता की व्यवस्था की गई है.

शिव भक्त कांवरिया सावन के पवित्र महीने में वाराणसी पहुंचे. यहां बम-बम भोले के जयकारे लगाए. (फोटो- PTI) शिव भक्त कांवरिया सावन के पवित्र महीने में वाराणसी पहुंचे. यहां बम-बम भोले के जयकारे लगाए. (फोटो- PTI)
रोशन जायसवाल
  • वाराणसी,
  • 17 जुलाई 2022,
  • अपडेटेड 6:30 PM IST
  • मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम
  • गंगा द्वार से गंगाजल लेकर श्रद्धालु सीधे मंदिर पहुंचेंगे

सावन माह का कल पहला सोमवार है. द्वादश ज्योर्लिंगों में से एक काशी विश्वनाथ मंदिर में इस बार सावन माह में भक्तों को विशेष सुविधाएं मिलने वाली हैं. इस बार सावन के पहले सोमवार को 5 लाख तक भक्तों के आने का अनुमान है. विश्वनाथ धाम के लोकार्पण और कोरोना के प्रतिबंधों से मुक्ति के बाद पहली बार भक्त नए बने गंगा द्वार से सीधे गंगाजल लेकर बाबा विश्वनाथ के दरबार में जलाभिषेक करने आ सकेंगे. 

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इतना ही नहीं, भक्तों के लिए बड़े पंडाल, रेड कारपेट, पेयजल, LED पर सीधे दर्शन, दिव्यागों और अशक्तों के लिए ई-रिक्शा, विभिन्न भाषाओं में एनाउंसमेंट की भी सुविधा मिलती रहेगी. सावन की तैयारियों के बारे में काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने जानकारी दी. 

उन्होंने बताया कि काशी विश्वनाथ धाम बन जाने के बाद यह पहला सावन का माह है. पिछले दो साल से कावड़ यात्रा भी बंद थी, इसलिए मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं. मंदिर में आसानी से प्रवेश के लिए सभी रास्तों पर सुगमता की व्यवस्था की गई है. इस बार श्रद्धालुओं को नया अनुभव यह होगा कि गंगा द्वार से गंगाजल लेते हुए श्रद्धालु सीधे मंदिर में पहुंचकर बाबा का जलाभिषेक कर सकेंगे. 

इसके अलावा मंदिर चौक में ही बड़े पंडाल से श्रद्धालुओं का धूप और बारिश से बचाव भी हो सकेगा. साथ ही मैट, कैनोपी, पेयजल की भी व्यवस्था की गई है. मैदागिन से गोदौलिया वाले मार्ग पर दिव्यांग या अशक्त श्रद्धालुओं के लिए ई-रिक्शा की भी व्यवस्था रहेगी. गत वर्ष की तुलना में ज्यादा सुविधा इस बार श्रद्धालु को मिलेगी. इस बार पीए सिस्टम पर विभिन्न भाषाओं में उद्घोषणाएं भी होंगी. 

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रेड कारपेट, मेडिकल और परंपरागत टीवी के अलावा 12 बड़ी LED टीवी भी लग रही हैं. जिस पर श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के लाइव दर्शन कर सकेंगे. मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने आगे सुगम दर्शन और आरती के टिकट रेट बढ़ जाने के पीछे वजह भी बताई. उन्होंने कहा कि विशेष पर्वों पर सुगम दर्शन के तहत इस बार 10-15 रुपए ही बढ़ाया गया है. क्योंकि निर्माण भी काफी हुआ है और श्रद्धालुओं को नई सुविधा भी दे रहे हैं. इसीलिए दरों को थोड़ा ही बढ़ाया गया है.

इस बार भी डाक से भक्त बाबा के प्रसाद को पा रहे हैं. उन्होंने मंदिर में एंट्री और एक्जिट के बारे में बताया कि सभी परंपरागत मार्गों से एंट्री और एग्जिट मंदिर में रहेगा. इसके साथ ही एक नया मार्ग गंगा द्वार से भी श्रद्धालु सीधे गंगाजल लेकर मंदिर में आ सकेंगे. उन्होंने आगे सावन के पहले सोमवार पर आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ की संख्या के बारे में बताया कि इस विश्वनाथ धाम के लोकार्पण और कांवड़ यात्रा के भी शुरू हो जाने के चलते 3-5 लाख श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने आएंगे. जबकि आम दिनों में एक से डेढ़ लाख श्रद्धालु आते हैं.

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