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भारत ने अगले महीने अप्रैल में होने जा रही शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ को आमंत्रित किया है. एससीओ के रक्षा मंत्रियों की बैठक में सदस्य देशों को औपचारिक तौर पर आमंत्रित किया गया है. एससीओ के सदस्य देशों में भारत, चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, रूस, तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं और फिलहाल भारत इस संगठन का अध्यक्ष है.
राजनयिक सूत्रों ने द एक्सप्रेस ट्रिब्यून को बताया कि भारत सरकार ने मंगलवार को औपचारिक तौर पर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय को आमंत्रित किया है. हालांक, पाकिस्तान की इस रिपोर्ट पर अभी तक भारत ने तत्काल कोई पुष्टि नहीं की है.
भारत ने इससे पहले एससीओ के मुख्य न्यायाधीशों की बैठक में भाग लेने के लिए पाकिस्तान के चीफ जस्टिस उमर अता बांदियाल को भी आमंत्रित किया था. इसके साथ ही एससीओ के विदेश मंत्रियों की बैठक के लिए पाकिस्तान के विदेश मंत्री को भी आमंत्रित किया था.
हालांकि, पाकिस्तान के चीफ जस्टिस एससीओ के चीफ जस्टिस की बैठक में शामिल नहीं हुए थे. उनके बजाए जस्टिस मुनीब अख्तर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इसमें शामिल हुए थे.
एससीओ के विदेश मंत्रियों की बैठक मई में होगी
एससीओ के रक्षा मंत्रियों की अप्रैल में होने वाली बैठक के बाद संगठन के विदेश मंत्रियों की बैठक मई में गोवा में होने जा रही है. पाकिस्तान सरकार का कहना है कि अभी उन्होंने इस पर कोई फैसला नहीं लिया है कि क्या विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी या रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ भारत में होने जा रही इन बैठकों में शामिल होंगे या नहीं.
भारत ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री के अलावा चीन के विदेश मंत्री किन गांग को भी एससीओ बैठक में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया है.
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय का कहना है कि इस पर फैसला सही समय आने पर लिया जाएगा. अगर पाकिस्तान के विदेश मंत्री व्यक्तिगत तौर पर इस बैठक में हिस्सा लेते हैं तो 2011 के बाद यह किसी पाकिस्तानी विदेश मंत्री का भारत का पहला दौरा होगा.
बता दें कि 2011 में उस समय पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार भारत दौरे पर आई थीं. मई 2014 में पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए भारत आए थे. दिसंबर 2015 में उस समय भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज कुछ दिनों बाद पाकिस्तान दौरे पर गई थीं.
क्या है एससीओ?
SCO की स्थापना 15 जून 2001 में की गई थी. इसकी स्थापना सदस्य देशों के बीच आर्थिक, राजनीतिक और सैन्य सहयोग को बढ़ावा देने के मकसद से की गई थी. संगठन के सदस्यों में रूस, भारत, चीन, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं. एससीओ की बैठक हर साल आयोजित की जाती है. फिलहाल भारत एससीओ का अध्यक्ष है.