
मणिपुर में 6 महीने बाद भी हालातों में सुधार नहीं हुआ है. मणिपुर के सीमावर्ती शहर मोरेह में कुकी समुदाय ने सुरक्षाबलों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया. वहीं, मणिपुर पुलिस ने कहा कि वे म्यांमार से अवैध अप्रवासियों का पता लगाने के लिए तलाशी अभियान चला रहे हैं.
इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (ITLF) ने कहा कि सीमावर्ती शहर मोरेह में मैतेई पुलिस कमांडो ने कुकी आदिवासियों को आतंकित करना शुरू कर दिया है. जिसमें एक विकलांग सहित 12 निर्दोष ग्रामीणों को आज एक ऑपरेशन में उनके घरों से गिरफ्तार किया गया है. ITLF ने दावा किया कि मोरेह के रास्ते में सिनाम गांव में सुरक्षाकर्मियों ने आदिवासियों के घरों को लूटा और जला दिया.
ITLF ने कहा कि पुलिस अधिकारी चिंगथम आनंद कुमार की हत्या से मणिपुर में तनाव पैदा हो गया है. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मणिपुर पुलिस ने कहा कि मोरेह में सुरक्षाबलों के तलाशी अभियान के दौरान 44 लोगों को हिरासत में लिया गया, जिनमें से 32 लोग बर्मी पाए गए. इसके अलावा मोरेह से 10 म्यांमारी नागरिकों को विदेशी हिरासत केंद्र ले जाया गया.
बता दें कि 31 अक्टूबर को मोरेह में एक विद्रोही स्नाइपर द्वारा एसडीपीओ चौधरी आनंद की हत्या कर दी गई. इसके एक दिन बाद बुधवार को बड़ी संख्या में अज्ञात बदमाशों ने इंफाल में सीएम के बंगले के पास स्थित पुलिस स्टेशन पर धावा बोल दिया था. इस दौरान अज्ञात बदमाशों ने पुलिस से जब्त हथियारों को पास देने की मांग की थी.
भीड़ ने हथियार और गोला-बारूद की मांग करते हुए इंफाल पश्चिम जिले में राजभवन और मुख्यमंत्री कार्यालय के करीब 1 मणिपुर राइफल्स परिसर पर हमला करने की कोशिश की. हालांकि थाना घेरने की कोशिश कर रही भीड़ तो तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने कई राउंड हवाई फायरिंग की. पुलिस सूत्रों ने बताया कि झड़प में कुछ लोग घायल भी हुए.