
सीधी बात में इस हफ्ते आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने कई मुद्दों पर खुलकर अपने विचार रखें. फिर चाहे वो देश में जारी कोरोना महामारी हो या फिर राजनीति में चल रही तेज हलचल. हर मुद्दे पर रविशंकर की तरफ से बेबाक राय रखी गई और उन्होंने कम शब्दों में बड़ा संदेश दे दिया. आयुर्वेद बनाम एलोपैथी के विवाद पर भी उनकी तरफ से विस्तार से बात की गई और कोरोना के चीन कनेक्शन पर भी उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी.
एलोपैथी पर रामदेव के बयान पर रविशंकर
आयुर्वेद बनाम एलोपैथी के विवाद पर उन्होंने जोर देकर कहा कि देश में दोनों आयुर्वेद और एलोपैथी जरूरी है. अगर आयुर्वेद से इम्यून सिस्टम मजबूत रहता है तो एलोपैथी भी इमरजेंसी में काफी मददगार है. ऐसे में किसी को भी कम आंकना गलत है. बाबा रामदेव के बयान पर उन्होंने कहा कि जोश में दिया गया बयान है वो. वे मानते हैं कि इस पर अब ज्यादा विवाद नहीं होना चाहिए क्योंकि रामदेव ने भी अपना बयान वापस ले लिया है.
कोरोना का बताया आतंकी कनेक्शन
कोरोना वायरस को लेकर भी रविशंकर ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि ये मैनमेड वायरस है जो चीन से आया है. वे इसे एक आतंकवाद मानते हैं जिसके जरिए कई देशों को नुकसान पहुंचाने का प्रयास हुआ है. रविशंकर ने सवाल उठाया है कि भारत के पड़ोसी देशों में कोरोना का ज्यादा खतरा देखने को नहीं मिला. पाकिस्तान में भी इस महामारी ने ज्यादा तबाही नहीं मचाई. ऐसे में गुरुदेव मानते हैं कि ये किसी की 'बदमाशी' या साजिश है जिस वजह से भारत में कोरोना से ऐसी भयंकर त्रासदी आई है. उन्होंने कोरोना के तार आतंकवाद संग भी जोड़ दिए हैं. वे मानते हैं कि ये वायरस लैब में ही बना है और वे ये बात पिछले एक साल से लगातार कहते आ रहे हैं.
कोरोना काल में चुनावी रैलियों पर बोले ये
लेकिन क्योंकि अब तो भारत में कोरोना की दूसरी लहर से तबाही मच चुकी है, ऐसे में श्री श्री रविशंकर इसके कई कारण मानते हैं. उनकी नजरों में वायरस के बदलते स्वरूप अनुसार लोगों ने सावधानी नहीं बरती जिस वजह से बड़े स्तर पर तबाही हुई. वहीं उन्होंने चुनावी रैलियों और कुंभ मेले को लेकर भी अपनी राय रखी. वे मानते हैं कि देश के नेता जनता के प्रतिनिधि होते हैं और उनकी करनी और कथनी में फर्क नहीं होना चाहिए. उन्होंने किसी नेता या पार्टी का नाम तो नहीं लिया लेकिन इतना जरूर कहा कि जो भी गाइडलाइन का पालन नहीं करते हैं, वो सभी देश के साथ बड़ा नुकसान करते हैं.
श्री श्री ने वैक्सीन लगवाई क्या?
अभी क्योंकि देश में कोरोना वैक्सीन को लेकर भी राजनीति हो रही है, ऐसे में इस मुद्दे पर भी गुरुदेव की तरफ से प्रतिक्रिया दी गई. उन्होंने साफ कर दिया है कि सभी को कोरोना की वैक्सीन लगवानी चाहिए. वे मानते हैं कि जिन लोगों को पहले से कोई तकलीफ है, उन्हें समय रहते टीका लगवा लेना चाहिए. वहीं बाकी लोगों को भी बारी आने पर वैक्सीन लेने से पीछे नहीं हटना चाहिए. जब श्री श्री से पूछा गया कि अगर उन्होंने वैक्सीन लगवाई है या नहीं, इस पर पहले तो उन्होंने जवाब नहीं दिया लेकिन बाद में माना कि अभी तक उन्होंने टीकाकरण नहीं करवाया है. उन्होंने कहा है कि वे अगले महीने तक कोरोना की वैक्सीन लगवा सकते हैं.